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डायपर्स और सेनेटरी पैड्स की पैकिंग पर लिखनी होगी यह बात, कूड़ा प्रबंधन में होगी आसानी Ludhiana News

नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक सेनेटरी पैड्स व डायपर्स बनाने वाली कंपनी को हर पैकिंग पर लिखना होगा कि यह बायोडिग्रेडेबल है या नहीं।

By Sat PaulEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 12:41 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 12:41 PM (IST)
डायपर्स और सेनेटरी पैड्स की पैकिंग पर लिखनी होगी यह बात, कूड़ा प्रबंधन में होगी आसानी Ludhiana News
डायपर्स और सेनेटरी पैड्स की पैकिंग पर लिखनी होगी यह बात, कूड़ा प्रबंधन में होगी आसानी Ludhiana News

लुधियाना, [राजेश भट्ट]। जैसे-जैसे सुविधाएं बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे पर्यावरण संरक्षण के लिए चुनौतियां भी बढ़ती जा रही हैं। महिलाओं द्वारा प्रयोग किए जाने वाले सेनेटरी पैड्स और बच्चों, बुजुर्गों व बीमार लोगों के लिए प्रयोग किए जाने वाले डायपर्स से पैदा होने वाला कूड़ा अब सरकार के सामने बड़ी दिक्कत करने लगा है। सेनेटरी पैड्स व डायपर्स के कूड़े का निस्तारण कैसे किया जाए, इसको लेकर कोई गाइड लाइन तय नहीं हैं। यह कूड़ा घेरलू कूड़े के साथ ही मिक्स होकर जाता है।

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बाजार में बिकने वाले ज्यादातर डायपर्स व सेनेटरी पैड्स नॉन डिग्रेडेबल मैटीरियल से तैयार करवाए जा रहे हैं। ऐसे में इनको जल्दी नष्ट भी नहीं किया जा सकता। पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय विभाग ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एंड क्लीननेस एंड सेनिटेशन बायलॉज 2019 तैयार किए हैं। इसमें सेनेटरी पैड्स व डायपर्स से पैदा होने वाले कूड़े के प्रबंधन के लिए भी दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक सेनेटरी पैड्स व डायपर्स बनाने वाली कंपनी को हर पैकिंग पर लिखना होगा कि यह बायोडिग्रेडेबल है या नहीं। अगर बायोडिग्रेडेबल नहीं होगा तो पैड व डायपर के साथ पैकेट में उतने पैकिंग पाउच रखने होंगे, ताकि यूज करने के बाद पैड व डायपर को उस पाउच में पैक करके कूड़े में डाला जाए। बायॅलाज में कंपनी के साथ उपभोक्ता की जिम्मेदारी भी तय की गई है।

प्लास्टिक फाइबर का होता है इस्तेमाल

सेनेटरी पैड्स व डायपर्स बनाने के लिए ज्यादातर कंपनियां प्लास्टिक फाइबर का इस्तेमाल करती हैं। इसके साथ कॉटन व रेयॉन का प्रयोग किया जाता है। कॉटन को छोड़कर सभी पदार्थ नॉन डिग्रेडेबल हैं। इसके कारण यूज करने के बाद यह नष्ट नहीं होते हैं। स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से तैयार किए गए नए बायलॉज में कंपनियों को कहा गया है कि वह सेनेटरी नैपकिन और डायपर्स बनाने के लिए बायो डिग्रेडेबल पदार्थों का इस्तेमाल करें, ताकि इसे आसानी से नष्ट किया जा सके।

लुधियाना निगम हाउस भी दे चुका है बायलॉज को हरी झंडी

स्थानीय निकाय विभाग ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट क्लीननेस एंड सेनिटेशन बायलॉज 2019 बनाकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इसके बाद स्थानीय निकाय विभाग ने नगर निगमों को इन बायलॉज पर चर्चा करके सुझाव देने को कहा। नगर निगम लुधियाना भी हाउस की बैठक में इस प्रस्ताव को पास करके स्थानीय निकाय विभाग को हरी झंडी दे चुका है। स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से अब संबंधित कंपनियों को नोटिफिकेशन की कॉपी देकर इनका पालन करने को कहा जाएगा।

होंगे यह फायदे

> कंपनियां ज्यादा से ज्यादा बायोडिग्रेडेबल मैटीरिलय से सेनेटरी पैड्स व डायपर्स बनाने शुरू करेंगी।

> कूड़ा सेग्रीगेशन के वक्त ही पैड्स और डायपर्स को नॉन डिग्रेडेबल कूड़े से अलग किया जा सकेगा।

कूड़ा प्रबंधन में होगी आसानी : मेयर

मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से जो नोटिफिकेशन भेजी गई थी, उसे हमने हाउस की बैठक में पास करके भेज दिया है। सरकार अब इसे जल्दी ही लागू कर देगी और इससे कूड़ा प्रबंधन में आसानी रहेगी। नए बायलॉज में कूड़ा पैदा करने वाले और उसका प्रबंधन करने वाले सभी को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

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