लुधियाना में Oxygen की मांग 65 फीसद घटी, प्रशासन ने इंडस्ट्री को फिर शुरू की सप्लाई
कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी तो लुधियाना में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 4600 सिलेंडर प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। जिले में 2800 सिलेंडर ही ऑक्सीजन का उत्पादन हो पा रहा था। बाकी की ऑक्सीजन दूसरे राज्यों से टैंकर से सप्लाई की जा रही थी।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। कोरोना मरीज की संख्या में लगातार कमी के कारण मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में करीब 75 फीसद की कमी आई है। इस कारण अब इंडस्ट्री को भी ऑक्सीजन की सप्लाई देना शुरू कर दिया गया है। पहले कोरोना मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण प्रशासन ने इंडस्ट्री को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी थी। जिले में अब मेडिकल ऑक्सीजन की मांग मात्र 1600 सिलेंडर प्रतिदिन रह गई। इसलिए रोजाना 1000 से 1200 सिलेंडर इंडस्ट्री को सप्लाई किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी तो लुधियाना में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 4600 सिलेंडर प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। जिले में 2800 सिलेंडर ही ऑक्सीजन का उत्पादन हो पा रहा था। बाकी की ऑक्सीजन दूसरे राज्यों से टैंकर से सप्लाई की जा रही थी।
---72 घंटे के लिए रखना होगा ऑक्सीजन का स्टाक
प्रशासन को हिदायतें के अनुसार मेडिकल प्रयोग के लिए 72 घंटे का स्टाक रखना जरूरी है। स्टाक से अधिक ऑक्सीजन होने पर इंडस्ट्री को दी जाएगी।
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इंडस्ट्री को भी राहत मिली
हमारे पास ऑक्सीजन की डिमांड उत्पादन से कम है। जो ऑक्सीजन ज्यादा हो रही है उसे हम इंडस्ट्री को दे रहे हैं। इससे इंडस्ट्री को भी राहत मिल रही है।-अमित बांबी, डिप्टी डायरेक्टर लोकल बाडीज कम नोडल अफसर ऑक्सीजन
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तीन हजार सिलेंडर ऑक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन
लुधियाना में रोजाना करीब तीन हजार सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा पांच बड़े अस्पतालों को लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई भी दी जा रही है।
आक्सीजन सिलेंडर व रेमडेसिविर जमा करने पर होगा आपराधिक केस
कुछ लोग घर में आक्सीजन सिलेंडर रख रहे हैं। आक्सीजन की जरूरत पडऩे पर वह सिलेंडर का प्रयोग करेंगे। यही नहीं कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन भी अपने पास जमा कर रहे हैं। डीसी ने बुधवार को कहा कि अगर किसी के घर में आक्सीजन सिलेंडर या रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले तो आपराधिक केस दर्ज किया जाएगा।