Post Matric Scholarship Scam: भाजपा का आराेप- पंजाब सरकार की नाकामी से कई दलित डाक्टरों की डिग्रियां रुकीं
Post matric scholarship Scam छाहड़िया ने बताया कि कुछ माह पहले दलित डाक्टर द्वारा एमबीबीएस की डिग्री नहीं मिलने के कारण उन्हें सम्पर्क किया गया। सभी अधिकारियों से सम्पर्क करने के बावजूद डाक्टर को डिग्री न दी गई।
जागरण संवाददाता, खन्ना (लुधियाना)। Post matric scholarship Scam: राष्ट्रीय एससी आयोग की शरण लेने के बाद पिछले दिनों दलित डाक्टर को डिग्री मिलने से कई और डाक्टरों की आस जगी है। इससे यह भी जाहिर होने लगा है कि कांग्रेस सरकार में वजीफा राशि नहीं मिलने से कई छात्रों की डिग्री फंसी हैं और कई कर्जाई हो चुके हैं जोकि कर्जे का ब्याज भी नही भर पा रहे। ऐसे ही एक ओर डाक्टर द्वारा भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज छाहड़िया से सम्पर्क किया गया जोकि कांग्रेस सरकार द्वारा सुनवाई नहीं होने के कारण लाखों के कर्ज में दबे हुए हैं।
इसके बारे छाहड़िया ने बताया कि कुछ माह पहले दलित डाक्टर द्वारा एमबीबीएस की डिग्री नहीं मिलने के कारण उन्हें सम्पर्क किया गया। सभी अधिकारियों से सम्पर्क करने के बावजूद डाक्टर को डिग्री न दी गई। गौरतलब है कि इस डाक्टर से लाखों रुपये की राशि की मांग की गई जबकि डाक्टर द्वारा वजीफा योजना के अधीन डाक्टरी में दाखिला लिया गया था। अफसरों द्वारा कानूनों की गलत व्याख्या करने पर आयोग द्वारा दुरुस्त किया गया ओर डिग्री दिलवाई।
अब एक ऐसे छात्र ने सम्पर्क किया है जिसे तीसरे साल की परीक्षा में यह कहकर उठा दिया कि उसकी वजीफ़ा राशि नही मिली। बच्चे के भविष्य को डूबता देख पिता द्वारा एकमात्र जमीन का टुकड़ा 19 लाख में बेच कर फीस भरवाई गयी। इसके बाद सभी अधिकारियों से सम्पर्क करने के बावजूद उन्हें सहायता नही मिली। इसके बाद कॉलेज द्वारा ओर रकम मांगने पर छोटे से घर पर 9 लाख का कर्ज भी लिया जिसका ब्याज नही भर पा रहे। इस छात्र के 27 लाख की वजीफा राशि के विषय को लेकर कोई भी अफसर सुनवाई नहीं कर रहे। अब एक डाक्टर को मिली डिग्री से इनकी उम्मीद जगी है इसीलिए उन्होंने सम्पर्क किया है। छाहड़िया ने कहा कि कांग्रेस द्वारा दलित मुख्यमंत्री को लगाने से कुछ नहीं होगा। कांग्रेस को दलित वर्ग के छात्रों के भविष्य से खेलना बंद करना चाहिए। उनके साथ युवा मोर्चा के अमित भाटिया व जसवीर सिंह थे।