अब शहर के किसी भी श्मशानघाट में हो सकता है कोरोना संक्रमित मृतक का अंतिम संस्कार
डिप्टी ने कहा कि कोई भी श्मशानघाट की संस्था संस्कार करने से मना भी नहीं कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो इसकी शिकायत उनके कार्यालय में की जा सकती है।
लुधियाना, जेएनएन। ढोलेवाल के श्मशानघाट के प्रबंध नाकाफी पड़ने पर प्रशासन ने नए आदेश जारी किए हैं। अब कोविड-19 के मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए इंतजार नहीं करना होगा। पॉजिटिव शवों का संस्कार शहर के किसी भी श्मशानघाट में किया जा सकता है। इसके लिए गैस चैंबर या इलेक्ट्रॉनिक भट्ठी की जरूरत नहीं है। डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने जारी बयान में कहा है कि प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की वेटिंग लिस्ट नहीं बनाई जाती है। अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मरता है तो उसका अंतिम संस्कार किसी भी श्मशानघाट में किया जा सकता है। इसके लिए परंपरागत बालन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कोई भी श्मशानघाट की संस्था संस्कार करने से मना भी नहीं कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो इसकी शिकायत उनके कार्यालय में की जा सकती है। बता दें कि इससे पहले ढोलेवाल श्मशानघाट में एक ही गैस चैंबर पर संस्कार किए जा रहे हैं। अब तक 65 शवों के संस्कार किए जा चुके हैं मगर अब इसके लिए वे¨टग होने लगी है। शहर के समाजसेवी कीमती रावल के रिश्तेदार की हुई मौत के बाद उसकी ओर से इस पर सवाल उठाए गए थे।
जागरण की खबर प्रकाशित होने के बाद जारी किए आदेश
दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में ढोलेवाल श्मशानघाट में कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए चार दिन की देरी और वहां पर एक गैस चैंबर के खराब होने व प्रशासन की तरफ से उसे ठीक नहीं करवाए जाने की जानकारी प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसी के बाद अब डीसी ने यह आदेश जारी किए। दूसरी तरफ ढोलेवाल श्मशानघाट के प्रबंधक रणजोध ¨सह का कहना है कि उनकी ओर से इस श्मशानघाट में बंद पड़े दूसरे चेंबर को ठीक करने पर काम शुरू कर दिया गया है।