फेसबुक लाइव के जरिए लोगों ने सीखे योग के आसन
योग एक अनुशासन है जिसमें सांस पर नियंत्रण विशिष्ट शारीरिक मुद्राओं को अपनाना और सरल ध्यान शामिल है जो व्यापक रूप से स्वास्थ्य और विश्राम के लिए प्रचलित है।
संस, लुधियाना : योग एक अनुशासन है जिसमें सांस पर नियंत्रण, विशिष्ट शारीरिक मुद्राओं को अपनाना और सरल ध्यान शामिल है जो व्यापक रूप से स्वास्थ्य और विश्राम के लिए प्रचलित है। योग के जनक महर्षि पतंजलि के अनुसार योग शरीर, मन और आत्मा का संबंध है।
यह विचार शनिवार को योग गुरु संजीव त्यागी ने दैनिक जागरण के सहयोग से कराए जा रहे योग धारा समारोह में व्यक्त किए। दो दिवसीय समारोह का आयोजन दैनिक जागरण के सिटी कार्यालय में किया गया। जहां पर लोगों को फेसबुक लाइव के जरिए योग की गतिविधियों से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर योग गुरु संजीव त्यागी ने कहा कि कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है। यग खांसी, बुखार और अधिक गंभीर मामलों में, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों के साथ श्वसन संबंधी बीमारी का कारण बनता है। इसका योग आसन, प्राणायाम और ध्यान, जब नियमित रूप से अभ्यास किया जाता है तो अंग उत्तेजना को संतुलित कर सकते हैं, गहरी श्वसन को प्रेरित कर सकते हैं, प्रतिरक्षा रक्षा को बढ़ा सकते हैं और वायरस और परजीवी जीवों के विनाश को रोक सकते हैं। यह भौतिक शरीर और गैर भौतिक दिमाग में सकारात्मकता और संतुलन लाता है। जो लोग पहले से ही कोरोना वायरस के वाहक हैं, वे निम्नलिखित शासन का अभ्यास कर सकते हैं। 10 से 15 मिनट के लिए दैनिक आधार पर सुखम वायुमण्डल जोड़ों और मांसपेशियों में तनाव और कठोरता को छोड़ने में प्रभावी है। यह मस्तिष्क को शांत करता है और सकारात्मक खिचाव पैदा करता है। आज अध्यक्ष कुंदन विरमानी बताएंगे योग गतिविधियां
योग गुरु संजीव त्यागी ने कहा कि सूर्य नमस्कार के 3 से 5 राउंड यदि दैनिक अभ्यास किया जाए, तो रक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है और शरीर की प्रमुख मांसपेशियों को सक्रिय करता है। इस अवसर पर 21 जून को छठे इंटरनेशनल योग दिवस पर दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव कार्यक्रम में भारतीय योग संस्थान के स्टेट प्रेसीडेंट कुंदन विरमानी हिस्सा लेंगे जो योग गतिविधियों से अवगत कराएंगे।