अब तिहाड़ की तरह Three Layer होगी सेंट्रल जेल की सुरक्षा, CRPF के 76 जवानों मे संभाली कमान
कमांडर व डिप्टी कमांडर के नेतृत्व में 76 जवानों की कंपनी लुधियाना सेंट्रल जेल पहुंच गई। जेल सुपरिंटेंडेंट राजीव अरोड़ा ने कमांडेंट राजेश कुमार को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया।
लुधियाना [राजन कैंथ]। लुधियाना सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था की कमान 27 नवंबर से सीआरपीएफ ने संभाल ली है। अब लुधियाना जेल भी तिहाड़ जेल की तर्ज पर थ्री लेयर सिक्योरिटी से लैस हो जाएगी। संभावना है कि सीआरपीएफ की तैनाती के बाद जेल में जाने वाले मोबाइल व नशीले पदार्थों पर रोक लग सकेगी।
कमांडर व डिप्टी कमांडर के नेतृत्व में 76 जवानों की कंपनी मंगलवार को लुधियाना सेंट्रल जेल पहुंची। जेल सुपरिंटेंडेंट राजीव अरोड़ा ने कमांडेंट राजेश कुमार को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। वहां पहुंची सीआरपीएफ की टीम का जेल के अधिकारियों से परिचय कराया गया। वहीं पर राजीव अरोड़ा ने जवानों को उनकी जिम्मेदारियों की जानकारी दी। जेल परिसर में उनके चाय पान का इंतजाम किया गया था। वहां से फारिग होने के बाद जवानों को आराम के लिए भेज दिया गया। उनके रहने के लिए जेल से सटी मेस में इंतजाम किया गया है।
जेल में 3350 कैदी व हवालाती, 13 गैंगस्टर व 62 बड़े तस्कर
राजीव अरोड़ा ने कहा कि सेंट्रल जेल में इस समय 3350 कैदी व हवालाती है। इनमें से 13 गैंगस्टर तथा 62 बड़े तस्कर हैं। इसके अलावा 1200 अन्य नशा तस्कर हैं। इनमें से 850 हवालाती व 350 कैदी हैं। इसके अलावा चोरी व डकैत के दर्जनों केस वाले सैकड़ों अपराधी भी बंद हैं। हर रोज सैकड़ों हवालातियों को अदालत में पेश करने के लिए जेल से बाहर निकाला जाता है। शाम को उन्हें चेक करके जेल के अंदर ले जाया जाता है। इससे पहले जेल में सुरक्षा के लिए जेल गार्द के 102 जवान, पंजाब पुलिस के 32, पंजाब होम गार्ड के 33, पेस्को के 52, हेड वार्डर 26 के अलावा 9 सहायक सुपङ्क्षरटेंडेंट तथा 2 डिप्टी सुपरिंटेंडेंट हैं। अब सीआरपीएफ के 76 जवानों के आने से जेल की सुरक्षा और मजबूत हो जाएगी।
तीन शिफ्टों में करेगी काम
यह टीम तीन शिफ्टों में काम करेगी। उनकी टीमों को ड्योढ़ी सर्च, मुलाकात सर्च तथा दोनों हाई सिक्योरिटी जोन में तैनात किया जाएगा। ये जवान ड्योढ़ी में आने वाले विजिटर व मुलाजिमों की भी सर्च भी करेंगे ताकि जेल में आने वाले नशे व मोबाइल पर लगाम लगेगी। सीआरपीएफ की क्यूआरटी गाड़ी जेल के अंदर व बाहर राउंड लगाएगी। जेल में सर्च का काम भी उन्हीं के सुपुर्द रहेगा। इसके लिए जेल प्रबंधन उन्हें जेल स्क्वायड मुहैया करवाएगा। जेल स्क्वायड में दो डॉग हैं। जेल में कुल 6 टावर हैं, जिन पर होम गार्ड जवान पहरा देते हैं, वो यथावत रहेंगे। इसके अलावा जहां कहीं जवानों को पुलिस मदद की जरूरत होगी, वो भी की जाएगी।
पहले सात दिन तक टीम जेल के अंदर व बाहर लेगी जायजा
कमांडर राजेश कुमार ने कहा कि उनकी कंपनी चेन्नई से आई है। 24 नवंबर की सुबह वे लोग ट्रेन में वहां से रवाना हुए। 26 नवंबर की सुबह उनकी टीम लुधियाना पहुंची। वहां से पुलिस कमिश्नरेट की बसों से उन्हें सेंट्रल जेल में लाया गया। पहले सात दिन तक उनकी टीम जेल के अंदर बाहर का जायजा लेकर यहां के हालात व परिस्थितियों को समझेगी। उसके बाद जेल प्रबंधन को जिस तरह की सुरक्षा व ड्यूटी चाहिए होगी, जवानों को उसी प्रकार से तैनात किया जाएगा।
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