बार संघ के वार्षिक चुनाव ऑनलाइन करवाने का विरोध
बार कौंसिल ऑफ पंजाब व हरियाणा की ओर से जिला बार संघ लुधियाना के वार्षिक चुनावों को ऑनलाइन करवाने की कवायद का बार संघ चुनाव में उतरे उम्मीदवारों ने विरोध करना शुरू कर दिया है ।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : बार कौंसिल ऑफ पंजाब व हरियाणा की ओर से जिला बार संघ लुधियाना के वार्षिक चुनावों को ऑनलाइन करवाने की कवायद का बार संघ चुनाव में उतरे उम्मीदवारों ने विरोध करना शुरू कर दिया है । इस संबंध में जिला बार संघ के वार्षिक चुनावों में उतरे 15 उम्मीदवारों ने लिखित में बार कौंसिल ऑफ पंजाब व हरियाणा के प्रस्ताव के साथ असहमति प्रकट की है।.
जिला बार संघ चुनाव में प्रधान पद के उम्मीदवार हरजोत सिंह हरिके ने कहा कि बार संघ चुनावों में उतरे 90 फीसद वकीलों ने बार कौंसिल के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने बार कौंसिल से आग्रह किया है कि वह ऑनलाइन चुनाव न करवाएं । ऐसा कोई प्रयास किया गया, तो वे पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट का द्वार खटखटा सकते हैं। वहीं, बार कौंसिल ऑफ पंजाब व हरियाणा की ओर से चुनावों को ऑनलाइन करवाए जाने के मुद्दे पर सहमती नहीं है। इसके अलावा जिला बार संघों में चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों ने भी विरोध जताना शुरू कर दिया है। बार कौंसिल ऑफ पंजाब व हरियाणा के मौजूदा सदस्य चेतन वर्मा ने बार कौंसिल के इस प्रस्ताव पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कौंसिल को लिखा है कि वह नियम पूर्वक कार्य करें । चेतन वर्मा ने बार कौंसिल ऑफ़ पंजाब व हरियाणा के चेयरमैन करनजीत सिंह को स्पष्ट किया है कि बार कौंसिल इस प्रकार के किसी भी बड़े निर्णय को लेने के लिए समस्त सदस्यों की हाजिरी में मीटिग में प्रस्ताव पारित करना •ारूरी है, अगर बहुमत से प्रस्ताव पारित होता है, तभी चुनाव ऑनलाइन करवाए जा सकते हैं अन्यथा नहीं। इन्होंने किए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला बार संघ चुनाव में उतरे प्रधान पद के उम्मीदवार अंकुर घई, उप प्रधान पद के उम्मीदवार करण वर्मा, सचिव पद के उम्मीदवार सुखविदर सिंह भाटिया, उप प्रधान के उम्मीदवार परविदर सिंह परी सचिव पद के उम्मीदवार गुरमुख सिंह, फाइनेंस सेक्रेटरी पद के उम्मीदवार यादवेंद्र सिंह, वाइस प्रेजीडेंट पद के उम्मीदवार रजनीश महाजन के अलावा बार संघ कार्यकारिणी के छह पदों के चुनाव के लिए मैदान में उतरे अमित गुप्ता , सागर लक्ष्य , दिनेश कुमार , सोनल करण सिंह आदि ने भी इस प्रस्ताव पर अपने हस्ताक्षर किए हैं। इन्होंने बार काउंसिल की फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि चुनाव किसी भी हालत में ऑनलाइन ना करवाए जाएं।