संक्रमित हुए तो डाइट पर ध्यान, गर्म पानी व एक्सरसाइज के सहारे कोरोना को दी मात
कोरोना वायरस देशभर में बेकाबू होता जा रहा है। आए दिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इन सबके बीच स्वास्थ्य कर्मचारी दिन-रात अस्पतालों में ड्यूटी पर रहकर मरीजों की सेवा करने में जुटे हैं।
अश्वनी पाहवा, लुधियाना : कोरोना वायरस देशभर में बेकाबू होता जा रहा है। आए दिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इन सबके बीच स्वास्थ्य कर्मचारी दिन-रात अस्पतालों में ड्यूटी पर रहकर मरीजों की सेवा करने में जुटे हैं। इनमें से कई फ्रंटलाइन वर्कर ऐसे हैं जो ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो गए, लेकिन जज्बे व हिम्मत से इसे मात देकर दोबारा ड्यूटी पर जुट गए। इन्हीं में से एक हैं सिविल अस्पताल में तैनात युवा डाक्टर सन्नी अशोक।
डा. सन्नी अशोक ने बताया कि वे पिछले डेढ़ साल से अस्पताल में तैनात है। परिवार में माता-पिता, भाई-भाभी, छोटी बहन और भतीजा हैं। पिता डाक्टर और भाई फार्मासिस्ट हैं। वे खुद कोरोना काल की शुरुआत से ही अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में ड्यूटी दे रहे हैं। पिछले साल 15 सितंबर को उनमें भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट कर दिया और साथियों को भी टेस्ट करवाने के लिए सूचित किया।
डा. सन्नी ने बताया कि घर पर वे रोजाना एक्सरसाइज, सैर, पाजिटिव न्यूज देखते और किताबें पढ़ते रहे। इस दौरान उन्होंने अपने खान-पान पर खास ध्यान दिया। घर के खाने के साथ फ्रूट, गर्म पानी और समय-समय पर स्टीम को दिनचर्या में शामिल की। दोस्तों व रिश्तेदारों से जुड़े रहने के लिए इंटरनेट मीडिया पर एक्टिव रहा। सभी से वीडियो काल के माध्यम से बातचीत जारी रही। 16 दिन के लिए घर पर आइसोलेट रहा और फिर कोरोना को मात देकर दो अक्टूबर को दोबारा ड्यूटी ज्वाइन कर ली।
लोगों से अपील, अपना व परिवार का ख्याल रखें
डा. सन्नी ने लोगों से अपील की कि वे घर पर रहकर अपना व परिवार का ख्याल रखें। जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले। समय-समय पर अपना चेकअप करवाते रहें। अगर किसी को हल्का बुखार या कोरोना संबंधी लक्षण महसूस हो तो तुरंत जांच करवाएं। समय पर पता लगाकर किसी भी बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।