शहरनामा : कांग्रेस के प्रमुख नेता इन दिनों डांसिंग मोड में दिख रहे, पढ़ें लुधियाना की और भी रोचक खबरें
कांग्रेस के प्रमुख नेता इन दिनों डांसिंग मोड में दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने एक कार्यक्रम में डांस किया तो नवजोत सिद्धू कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी मालेरकोटला में एक कार्यक्रम में ठुमके लगाए। दोनों नेताओं की प्रत्येक गतिविधि की राजनीतिक गलियारे में चर्चा हो रही है।
लुधियाना [भूपेंदर सिंह भाटिया]। चन्नी और सिद्धू के ठुमके। भले ही पिछले तीन माह से पंजाब सरकार और प्रदेश कांग्रेस में रोजाना कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है, लेकिन कांग्रेस के प्रमुख नेता इन दिनों डांसिंग मोड में दिख रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक कार्यक्रम में डांस किया तो नवजोत सिद्धू कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी मालेरकोटला में एक कार्यक्रम में ठुमके लगाए। इन दोनों नेताओं की प्रत्येक गतिविधि की राजनीतिक गलियारे में खूब चर्चा हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि डांस करने से सरकारें नहीं चलती, इसके लिए दिमाग चाहिए। उधर, चन्नी और सिद्धू को डांस करते देख लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि अभी तो चुनाव हुए नहीं हैं। इन्हें तो ऐसा लगता है कि पंजाब की जनता ने उनकी सरकार बना ही दी है। शायद तभी ये नेता डांस का पहले ही लुत्फ उठाने लगे हैं।
चुनाव आचार संहिता का इंतजार
विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होने के साथ सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टी में दूसरे दल के छोटे नेताओं को शामिल करने में जुटे हुए हैं। राजनीति से ताल्लुक रखने वाले नेता भी दूसरे दलों का पट्टा पहनने के लिए इच्छुक नजर आ रहे हैं। इन सभी के बीच पंजाब की राजनीति में आचार संहिता लागू होने के बाद भूचाल आना पक्का है। चर्चा है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के कई मंत्री और विधायक दूसरे दलों में जाने की फिराक में है और वह सिर्फ आचार संहिता लगने का ही इंतजार कर रहे हैं। वर्तमान सरकार के छह मंत्रियों के नामों की तो खूब चर्चा भी हो रही है कि वह भाजपा में जाने की तैयारी में हैं। इसके अलावा कई विधायक भी अपनी टिकट कटते देख अन्य राजनीतिक दलों से संपर्क साथ रहे हैं, ताकि अगर कांग्रेस से टिकट न मिली तो वह किसी और पार्टी से उतर जाएं।
अभी तो 'टाइगर' जिंदा है
राजनीतिक गुमनामी में चल रहे जगमोहन शर्मा आजकल अचानक सुर्खियों में आ गए हैं। दस साल तक जिला कांग्रेस के फायर ब्रांड प्रधान रहने वाले जगमोहन हमेशा से ही चर्चा में रहे। हालांकि कांग्रेस से दरकिनार होने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह अपने कारोबार में ही व्यस्त रहे और राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं दिखे। अब जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का जिला प्रधान बनाया तो पंडित जी एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। जगमोहन कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को चुनौती देते हुए कह रहे हैं कि टाइगर अभी जिंदा है। भले वह मैं हूं या फिर कैप्टन अमरिंदर। जगमोहन अब जिले में न सिर्फ संगठन खड़ा कर रहे हैं, बल्कि वह जिला स्तर पर लगातार नियुक्तियां कर कांग्रेस के पुराने नेताओं को अपनी पार्टी से जोड़ रहे हैं। कुल मिलाकर ये टाइगर कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकता है।
उद्योगपतियों से मांग रहे चंदा
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा औद्योगिक शहर लुधियाना के उद्योगपतियों के साथ लगातार संपर्क किया जा रहा है। इतना ही नहीं, बैठकें कर उनकी समस्याएं भी सुनी जा रही हैं। आश्वासन दिया जा रहा है कि वे अपने घोषणापत्र में उनकी समस्याओं को रखेंगे और सरकार बनते ही इस पर काम किया जाएगा। इधर, उद्योगपति भी चुनाव के समय राजनीतिक दलों के साथ बैठकों के बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद पालने लगे हैं। इसी बीच अब उन्हें नेताओं के फोन भी आने लगे हैं, जिसमें उनसे चुनाव से लिए चंदा मांगा जा रहा है। फोन करने वाले खुद को मंत्री का करीबी बताकर चुनाव में मदद मांग रहे हैं। ऐसे में अब उद्योगपति भी परेशान हो गए हैं। उन्हें तो यही नहीं समझ नहीं आ रहा कि चंदे की मांग करने वाले शख्स वास्तव में राजनीतिक दल के हैं या फिर कोई नटवरलाल।