फतेहगढ़ साहिब से टिकट के लिए कांग्रेस के दावेदार बिछाने लगे बिसात
लोकसभा चुनाव में फतेहगढ़ साहिब सीट के लिए कांग्रेस की टिकट के लिए दौड़ शुरू हो गई है।
[खन्ना, सचिन आनंद]। लोकसभा चुनाव में फतेहगढ़ साहिब सीट के लिए कांग्रेस की टिकट के लिए दौड़ शुरू हो गई है। कई नेताओं ने तो टिकट के लिए दिल्ली में चक्कर लगाने भी शुरू कर दिए हैं। कुछ अपने सियासी आकाओं के जरिए लॉबिंग करने में लगे हैं। कांग्रेस के नजदीकी सूत्रों की मानें तो इस चुनाव में कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत टिकट के सबसे मजबूत दावेदार हैं। कांग्रेस धर्मसोत पर फिर से दांव खेल सकती है। धर्मसोत पिछले चुनाव में आप के हरिंदर सिंह खालसा से हार गए थे। बताया जाता है कि इस आरक्षित सीट से पायल के विधायक लखवीर सिंह लक्खा भी दौड़ में हैं। लक्खा के नजदीकी सूत्रों की मानें तो टिकट के लिए वे लगातार हाईकमान के साथ संपर्क में हैं।
लक्खा सांसद रवनीत बिट्टू और विधायक गुरकीरत सिंह कोटली के भी नजदीकी हैं। कोटली परिवार के ही एक और नजदीकी पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा भी लोकसभा की टिकट के लिए दांव-पेच लगा रहे हैं। बताते हैं कि सांसद बिट्टू भी दाखा के लिए हाईकमान के सामने लॉ¨बग कर सकते हैं।
गुरप्रीत जीपी और अमर सिंह भी दावेदार
कांग्रेसी हलकों में दो और नाम इन दिनों चर्चा में हैं। इनमें बस्सी पठाना के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी और रायकोट से चुनाव लड़े रिटायर्ड आइएएस अधिकारी अमर सिंह शामिल हैं। अमर सिंह तो फतेहगढ़ साहिब हलका में पार्टी के कार्यक्रमों में हाजिरी भी भरने लगे हैं। इस दौड़ में जीपी ऐसे तीसरे कैंडिडेट हैं जो कोटली परिवार के नजदीकी हैं।
बेटे को टिकट दिलाना चाहते हैं धर्मसोत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसका कारण चुनाव जीतने की सूरत में कैबिनेट मंत्री की कुर्सी का हाथ से निकलना और हारने की सूरत में साख का गिरना माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि साधु सिंह ने हाईकमान के सामने अपने बेटे को टिकट देने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, इस पर सहमति के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं।
दूलो परिवार की खामोशी पर सबकी नजर
इस क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शमशेर सिंह दूलो और उनके परिवार की इस मसले पर चुप्पी पर सबकी नजर है। दूलो इस समय राज्यसभा सांसद हैं। लोकसभा चुनाव में आरपार की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस दूलो या उनके परिवार के किसी सदस्य पर भी विश्वास जता सकती है। दूलो की पत्नी हरबंस कौर कैप्टन अमरिंदर सिंह की पिछली सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रही हैं। बेटा बनदीप सिंह दूलो 2017 में पायल से विधानसभा टिकट के दावेदार थे।