Move to Jagran APP

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी तक पहुंचा लुधियाना के मल्हार रोड के गलत डिजाइन का मामला, भाजपा नेताओं ने भेजी रिपाेर्ट

नेताओं ने केंद्रीय मंत्री से मांग की है कि मल्हार रोड के डिजाइन की जांच किसी एक्सपर्ट से करवाई जाए। इसके साथ ही भाजपा ने मल्हार रोड के दोनों तरफ अधिक टाइल बिछाने पर भी सवाल खड़े किए।

By Vipin KumarEdited By: Published: Tue, 10 Aug 2021 08:48 AM (IST)Updated: Tue, 10 Aug 2021 08:48 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी तक पहुंचा लुधियाना के मल्हार रोड के गलत डिजाइन का मामला, भाजपा नेताओं ने भेजी रिपाेर्ट
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी व (दाएं) चौक में सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण लगा जाम। (जागरण)

लुधियाना, [राजेश भट्ट]। स्मार्ट सिटी के तहत बनाई जा रही मल्हार स्मार्ट रोड के गलत डिजाइन का मामला अब केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी तक पहुंच गया है। सोमवार को भाजपा नेताओं ने मल्हार रोड का दौरा किया और इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर मंत्री के पास भेज दी। नेताओं ने केंद्रीय मंत्री से मांग की है कि मल्हार रोड के डिजाइन की जांच किसी एक्सपर्ट से करवाई जाए। इसके साथ ही भाजपा ने मल्हार रोड के दोनों तरफ अधिक टाइल बिछाने पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि चौड़े फुटपाथ बनाकर नेता व अफसर अपने चहेतों को फायदा देना चाहते हैं।

loksabha election banner

दैनिक जागरण की तरफ से ‘स्मार्ट सिटी में सिकुड़ती सड़कें’ मुहिम शुरू करने के बाद ट्रैफिक मैनेजमेंट के जानकारों व सिविल इंजीनियरों के साथ-साथ आम लोगों ने भी मल्हार रोड की गलत प्लानिंग पर सवाल खड़े किए। सोमवार को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण बांसल, जिला उपाध्यक्ष सुनील मौदगिल, स्थानीय निकास सेल के जिला संयोजक इंद्र अग्रवाल, संजय गोसाईं व अन्य नेता मल्हार रोड पहुंचे। उन्होंने फिरोजपुर रोड से लेकर हीरो बेकरी चौक तक सड़क का सर्वे कर एक रिपोर्ट तैयार की।

मल्हार रोड पर वेलकम पैलेस के नजदीक चौक में चौड़े फुटपाथ के कारण सड़क पर जगह कम हो गई है। इसके चलते वहां लगा जाम और मौके पर सर्वे करने पहुंचे भाजपा नेता प्रवीण बांसल, इंद्र अग्रवाल, सुनील मौदगिल, संजय गोसाई व अन्य ’ कुलदीप काला

भाजपा जिला प्रधान बोले, स्मार्ट सिटी फंड का दुरुपयोग हो रहा

भाजपा के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा कि स्मार्ट सिटी के फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है। सराभा नगर मार्केट में पुरानी टाइलें उखाड़कर नई लगा दी और पार्किंग की जगह पहले की तुलना में कम कर दी। शहर की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं और नगर निगम स्मार्ट सिटी के फंड का फंड ऐसे प्रोजेक्टों पर खर्च कर रहा है। शहर में कोई भी सड़क वाहनों के चलने लायक नहीं बची हैं। निगम को चाहिए कि पहले शहर की सड़कों को चलने लायक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को सहूलियत देने के लिए काम करवाए जाएं।

कामर्शियल रोड पर कौन सैर करेगा : बांसल

प्रवीण बांसल ने कहा कि विशेषज्ञ बताते हैं कि जब भी डिवाइडर वाली सड़क तैयार की जाती है तो उस पर कम से कम तीन कारों के निकलने के लिए जगह होनी चाहिए, लेकिन इस रोड पर ऐसा नहीं है। इसके चलते मल्हार रोड पर अब हर वक्त जाम लगने लगा है। बांसल का आरोप है कि मल्हार रोड पर सत्ताधारी नेताओं और अफसरों के नजदीकियों की इमारतें हैं, जिन्हें फायदा पहुंचाने के लिए इतना चौड़ा फुटपाथ बनाया गया है। यह फुटपाथ आने वाले दिनों में पार्किंग के लिए प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कामर्शियल रोड है और इस पर कोई सैर करने नहीं आएगा।

उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को भेज दी है और उनसे मांग की है कि इस डिजाइन की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस स्मार्ट रोड में ट्रैफिक सेफ्टी नियमों को भी ताक पर रखा गया है और सड़क के किनारे कंक्रीट का जंगल बना दिया। बांसल ने कहा कि इस बात की भी जांच की जानी चाहिए कि आखिर सड़क किनारे इतनी अधिक टाइलें क्यों बिछाई जा रही हैं और ये किस कंपनी से आ रही है। स्मार्ट सिटी के लिए फंड सरकार से आ रहा है, इसलिए इसकी उच्च स्तरीय जांच हो।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.