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फिर आंखों में पानी ला सकता है बुड्ढा दरिया

पिछले मानसून सीजन में बुड्ढा दरिया ने निगम अफसरों के साथ साथ शहरवासियों की नींद उड़ा दी थी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 05:00 AM (IST)
फिर आंखों में पानी ला सकता है बुड्ढा दरिया
फिर आंखों में पानी ला सकता है बुड्ढा दरिया

जागरण संवाददाता, लुधियाना : पिछले मानसून सीजन में बुड्ढा दरिया ने निगम अफसरों के साथ साथ शहरवासियों की नींद उड़ा दी थी, क्योंकि कई कॉलोनियों में पानी घुस गया था। जो हालात अभी हैं उससे नहीं लगता कि इस बार निगम समय पर दरिया की सफाई कर सकेगा। शहर की ज्यादातर पुलियों पर कचरा फंसा है। निगम ने इस बार दरिया की सफाई नहरी विभाग की बजाय खुद ही करने का फैसला किया है। इससे करीब एक करोड़ तो बचा लिए पर पुलियों के पास जमा कूड़े को 10 जून से पहले साफ करना निगम के लिए बेहद मुश्किल टास्क है। इसकी जिम्मेदारी ओएंडएम सेल को दी है और कोविड 19 के दौर में इस विभाग के मुलाजिम सीवरेज की सफाई में भी जुटे हैं।

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दैनिक जागरण टीम ने बल्लोके रोड के पास जहां निगम की सीमा खत्म होती है वहां से कुंदनपुरी पुली तक दरिया की सफाई की रिएलिटी चेक की। करीब छह किलोमीटर के इस दायरे में 10 पुली आती हैं। बल्लोके रोड से हैबोवाल मेन रोड वाली पुली तक दरिया साफ दिखा और कहीं कहीं हल्का सा कूड़ा जमा है। हैबोवाल मेन रोड की पुली के बाद सिविल लाइन श्मशानघाट की पुली से आगे कुंदनपुरी तक करीब आधा दर्जन पुलियों पर खूब कूड़ा जमा था। कुंदनपुरी के पास रेलवे लाइन के नीचे दरिया के ऊपर कूड़ा ही कूड़ा है जिसे साफ करने में निगम को दस दिन लग सकते हैं। सोमवार को इस दूरी में कहीं भी दरिया की सफाई होती नहीं दिखी। हालांकि इस पर अफसरों का तर्क है कि ईद की छुट्टी के कारण सफाई नहीं हुई।

मेयर के आदेश, किराए पर पोकलेन से जल्द करवाएं सफाई

नगर निगम क्षेत्र में बुड्ढा दरिया की लंबाई करीब 14 किलोमीटर है जिसकी सफाई भी वह ही करता है, जबकि इसके बाहर की सफाई नहरी विभाग करता है। नहरी विभाग के पास अपनी पोकलेन मशीनें हैं जो सिर्फ इसकी सफाई में प्रयोग की जाती हैं। इसलिए अब तक निगम अपने हिस्से की सफाई भी नहरी विभाग से करवाता रहा है। इसकी एवज में निगम 90 लाख के करीब जमा करवाता था। इस बार इसका एस्टीमेट करीब एक करोड़ रुपये बन रहा था, लेकिन मेयर ने सफाई करने का फैसला खुद लिया तो अफसरों ने स्पष्ट किया कि बिना पोकलेन मशीन के सफाई नहीं हो सकती। इस पर मेयर ने उन्हें आदेश दे दिए कि निजी ऑपरेटर से पोकलेन मशीनें किराए पर लेकर सफाई करवाई जाए। साथ ही साफ कर दिया कि 10 जून से पहले हर हाल में दरिया की सफाई करवाई जाए।

दरिया की सफाई पर निगम ने मशीनरी लगाई है। जेसीबी और टिप्पर के जरिए सफाई शुरू की है। कई जगहों पर जेसीबी से सफाई संभव नहीं है। इसके लिए बुधवार से किराए पर पोकलेन मशीनें लगाई जा रही हैं। दरिया की सफाई समय पर पूरी कर ली जाएगी।

रजिदर सिंह, एसई नगर निगम, ओएंडएम ब्रांच


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