डाइज एवं केमिकल के दामों में 20 फीसद तक उछाल, जानें क्या है इसकी वजह
चीन में केमिकल्स एवं डाइज के निर्माण को लेकर फैलने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सख्ती की गई है।
जेएनएन, लुधियाना। चीन में केमिकल्स एवं डाइज के निर्माण को लेकर फैलने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सख्ती की गई है। वहां केमिकल्स एवं डाइज बनाने वाली कई यूनिटों को पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बंद किया गया है। इसका असर भारतीय डाइज एवं केमिकल इंडस्ट्री पर पड़ने लगा है। पिछले तीन-चार महीने में ही डाइज एवं केमिकल के दाम में 20 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। चीन डाइज एवं केमिकल का मुख्य निर्माता है। ऐसे में वहां पर कई यूनिटों के बंद होने का असर यहां की इंडस्ट्री पर भी पड़ा है। भारत में डाइज और केमिकल के दाम चीन के मुकाबले ज्यादा हैं।
अब चीन से भी मटीरियल की शॉर्टेज आने के चलते इसका असर रेट पर पड़ने लगा है। इससे डाइंग इंडस्ट्री को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है और डाइंग कंपनियां दामों में भी इजाफा कर सकती हैं। वहीं काले और नीले रंग के लिए समय-समय पर शॉर्टेज भी हो रही है। डाइंग उद्योग के लिए डाइज एवं केमिकल्स कच्चा माल है। माहिरों का तर्क है कि यह मजबूती जारी रह सकती है।
भारतीय कंपनियां डिमांड को पूरा नहीं कर पा रहीं: सुभाष
एकता डाइंग एंव फिनिशिंग हाउस के पार्टनर सुभाष सैनी के मुताबिक डाइज एंव केमिकल के दाम में लगातार बढ़ोतरी का दौर जारी है। सबसे ज्यादा किल्लत एक्रेलिक डाइज में देखने को मिल रही है। इसके चलते कई रंगों के दामों में तो 300 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई है। जबकि पॉलिस्टर और कॉटन डाइज के दाम भी 15 से 20 फीसद बढ़े हैं। इंडस्ट्री को महंगे दाम पर डाइज खरीदनी पड़ रही है। भारतीय डाइज कंपनियां भी अभी डिमांड को पूरा नहीं कर पा रही। चीन से ज्यादा आयात होने के चलते भारतीय डाइज कंपनियों की प्रोडक्शन बेहद कम थी। ऐसे में मार्केट में शॉर्टेज से किल्लत बनी हुई है।
चीन में सख्ती से प्रोजक्शन में कमी आई: जिंदल
बालाजी डाइंग के एमडी बॉबी जिंदल के मुताबिक विश्व बाजार का सबसे ज्यादा डाइज एवं केमिकल का प्रोडक्शन चीन में था। पर चीन में हुई सख्ती से प्रोडक्शन काफी कम हो गई है। इसके चलते भारतीय बाजार को काफी परेशानी हो रही है। कई रंगों के दामों में डाइंग इंडस्ट्री को बढ़ोतरी करनी पड़ी है। इसका मुख्य कारण कई रंगो की भारी शॉर्टेज है। इसके साथ ही डाइज कम होने से प्रोडक्शन भी प्रभावित हो रही है।