लुधियाना के MLA सिमरजीत बैंस के खिलाफ 10 जुलाई काे ही दर्ज हो गया था केस, जानें पुलिस ने क्यूं दबाया मामला
विधायक बैंस के खिलाफ दर्ज केस की भनक पुलिस ने किसी को नहीं लगने दी थी। बैंस पर दुष्कर्म का केस तो दर्ज कर लिया गया है लेकिन गिरफ्तारी को लेकर संशय बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार फिलहाल विधायक को गिरफ्तार करने के ऊपर से आदेश नहीं हैं।
लुधियाना, [राजन कैंथ]। लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान एवं आत्म नगर हलके से विधायक सिमरजीत सिंह बैंस (MLA Simarjit Singh Bains) के खिलाफ दुष्कर्म का केस शनिवार यानी दस जुलाई को ही थाना डिविजन नंबर छह की पुलिस ने दर्ज कर लिया था। हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस ने दो दिन तक इसे दबाए रखा। सोमवार को जब शिअद नेता एफआइआर दर्ज नहीं किए जाने के लिए पुलिस कमिश्नर के दफ्तर के बाहर पहुंच गए थे तो पुलिस को बताना पड़ा कि केस दर्ज किया जा चुका है।
विधायक बैंस की गिरफ्तारी पर संशय
इसके बाद शिअद नेता विधायक की गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी थी। विधायक बैंस के खिलाफ दर्ज केस की भनक पुलिस ने किसी को नहीं लगने दी थी। विधायक बैंस पर दुष्कर्म का केस तो दर्ज कर लिया गया है लेकिन गिरफ्तारी को लेकर अब भी संशय बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार फिलहाल विधायक को गिरफ्तार करने के ऊपर से आदेश नहीं हैं। 15 जुलाई की पेशी पर अदालत ने केस की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। उस दिन अदालत में पेश होने पर विधायक की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का क्या जवाब रहता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
पीड़िता ने 164 के बयान दर्ज कराने के लिए दायर की याचिका
वहीं, पीड़िता ने 164 के बयान दर्ज कराने के लिए थाना डिविजन नंबर छह की पुलिस ने सोमवार को ही अदालत में याचिका दायर कर दी थी। मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता के बयान दर्ज करवाए गए। बुधवार को सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया जाएगा।
महिला को मिल रही थी जान से मारने की धमकियां
पुलिस को शिकायत देने के बाद उसे लगातार जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। इस पर पुलिस कमिश्नर ने महिला की रक्षा के लिए उसे सिक्योरिटी प्रदान कराई। मगर इन्वेस्टीगेशन के नाम पर मामले को लटका दिया। इसके चलते उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया। चार दिन पहले अदालत ने पुलिस को विधायक बैंस व अन्य आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश जारी किए।