फर्जी साइन कर निकलवाए नौ लाख, सिटी बस सर्विस के पूर्व जीएम के खिलाफ केस Ludhiana News
नगर निगम द्वारा 2008 में लुधियाना सिटी बस सर्विस लिमिटेड कंपनी बनाई गई और सिटी बस के संचालन शुरू किया गया। ठेके पर कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती की गई थी।
लुधियाना, जेएनएन। सिटी बस सर्विस लिमिटेड के पूर्व जीएम बलजीत सिंह के खिलाफ नौ लाख रुपये के गबन के आरोप में थाना डिवीजन एक में केस दर्ज किया गया है। बलजीत सिंह पर आरोप है कि उसने चेक पर कंपनी के एमडी कम एडिशनल कमिश्नर नगर निगम संयम अग्रवाल के फर्जी साइन कर नौ लाख रुपये निकलवा लिए और इसके बाद नौकरी छोड़ दी।
इतनी बड़ी राशि के हेरफेर की बात सामने आने के बाद एमडी कम एडिशनल कमिश्नर संयम अग्रवाल द्वारा जांच करने के बाद पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी गई थी, जिस पर डीए लीगल की राय लेने के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है। हालांकि आरोपित अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है। उधर, आरोपित बलजीत सिंह का कहना है कि उसे फंसाया जा रहा है। उसने कोई गबन नहीं किया है और बकायदा नोटिस देकर इस्तीफा मंजूर होने के बाद नौकरी छोड़ी है।
नगर निगम द्वारा 2008 में लुधियाना सिटी बस सर्विस लिमिटेड कंपनी बनाई गई और सिटी बस के संचालन शुरू किया गया। ठेके पर कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती की गई थी और नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी को कंपनी का प्रबंध निदेशक लगाया गया। बलजीत सिंह को भी 2008 में ठेके पर जीएम पद पर भर्ती किया गया था। वह फरवरी 2019 तक काम करता रहा।
वित्तीय रिकॉर्ड में गड़बड़ी सामने आने पर हुआ राजफाश
मामला तब पकड़ में आया जब एमडी संयम अग्रवाल ने कंपनी का वित्तीय रिकार्ड चेक किया। इस दौरान वित्तीय गड़बड़ियां सामने आईं। जांच की गई तो सामने आया कि कुछ चेक संयम अग्रवाल के फर्जी साइन किए गए और बैंक से पैसों की निकासी करवाई गई। यह बात सामने आई कि जीएम बलजीत सिंह ने फर्जी साइन किए थे। बता दें कि सिटी बस सर्विस लिमिटेड की सभी वित्तीय शक्तियां एमडी के पास ही हैं। चेक पर उनके ही हस्ताक्षर होते हैं और वित्तीय मामलों की देखरेख के लिए कंपनी में अकाउंट सेक्शन भी बनाया गया है। कंपनी की चेक बुक भी इसी सेक्शन के पास होती हैं। बलजीत सिंह पर आरोप है कि उसने अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में अलग अलग समय पर इन चेकों के माध्यम से नौ लाख रुपये निकलवाए और फिर नौकरी छोड़ दी।
पूर्व जीएम बोले, मुझे फंसाया जा रहा
सिटी बस सर्विस लिमिटेड के पूर्व जीएम बलजीत सिंह का कहना है कि मुझे इस मामले में फंसाया जा रहा है। मेरा अकाउंट ब्रांच से कोई लेना देना नहीं था। मेरी जिम्मेदारी बसों के संचालन की थी। अकाउंट के काम के लिए अलग से अकाउंट अधिकारी और स्टाफ है। चेक बुक उनके पास ही होती है और एमडी खुद वित्तीय मामलों को देखते हैं। मुझ पर नोटिस दिए बिना नौकरी छोड़ने का आरोप भी गलत है। मैंने दिसंबर 2018 में नोटिस दिया था और फरवरी 2019 में इस्तीफा मंजूर हुआ।
अकाउंट में मिली गड़बड़ी
नगर निगम कमिश्नर कम एमडी संयम अग्रवाल का कहना है कि सिटी बस के अकाउंट में वित्तीय गड़बड़ी पाई गई। जांच में यह बात सामने आई कि बलजीत सिंह ने यह गड़बड़ी की है। कार्रवाई के लिए सीपी को लिखा था। केस दर्ज हुआ है।
मामले की जांच जारी
लुधियाना थाना डिवीजन नंबर एक के जांच अाधिकारी गुरमीत सिंह का कहना है कि पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद डीए लीगल की राय लेने के बाद केस दर्ज किया गया है। बलजीत सिंह पर आरोप है कि उसने चेक पर संयम अग्रवाल के फर्जी हस्ताक्षर करके राशि निकलवाई है। मामले की जांच जारी है।
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