पाई-पाई को मोहताज सदाबहार अभिनेता सतीश कौल को मिला सहारा, कैप्टन ने दिए पांच लाख
पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अाखिरकार अपने जमाने के मशहूर अभिनेता सतीश काैल की मदद की। सरकार की ओर से उन्हें पांच लाख रुपये का चेक दिया गया है।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाबी सिनेमा केे अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले अभिनेता सतीश कौल को पंजाब सरकार ने राहत दी और आर्थिक सहायता दी है। अपने करियर में 300 से ज्यादा पंजाबी व हिंदी फिल्में करने वाले अपने जमाने के इस सदाबहार अभिनेता को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की आेर से शनिवार को पांच लाख रुपये का चेक दिया गया। सतीश कौल अभी बुरी स्थिति में हैं और पाई-पाई को मोहताज हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सतीश काैल की हालत के बारे में पता चलने पर ट्वीट कर उनको मदद देने का भराेसा दिया था। इसके बाद लुधियाना के लिए डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल खुद सतीश कौल से मिलने पहुंचे थे। डीसी ने सतीश कौल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को रिपोर्ट दी। इसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया। शनिवार को लुधियाना (वेस्ट) के एसडीएम सागर सेतिया ने सतीश कौल को पांच रुपये का चेक प्रदान किया। सतीश कौल ने इसके लिए सीएम कैप्टन अमरिंदर अौर पंजाब सरकार को धन्यवाद दिया।
इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, मैं प्रतिष्ठित अभिनेता सतीश कौल जी के जल्द ठीक होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। उनके इलाज के लिए पांच लाख रुपये की राश्ाि लुधियाना के डीसी के माध्यम से भेजा है। हम अपने राज्य के उन लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं जिन्होंने राज्य और यहां की कला एवं संस्कृति में अहम याेगदान दिया है।
इसके साथ ही देश-विदेश से सतीश कौल के कई चाहने वाले उनकी मदद को आगे आ रहे हैं। शुक्रवार को उनकी सहायता के लिए इंडियन आइडल फेम बॉलीवुड गायक फिरोज खान उनके घर पहुंचे और 21 हजार रुपये की सहायता दी। सतीश कौल का पीठ की चोट के कारण लंबे समय से इलाज चल रहा है। उनकी हालत के बारे में जागरण ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने उनकी सहायता का वादा किया था। 8 जनवरी को डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल उनका हाल जानने कनकवाल उनके घर गए थे। उनकी ओर से उनकी ओर से की गई मांग को ईमेल के जरिए मुख्यमंत्री कार्यालय में रिपोर्ट भेज दिया था।
जागरण का किया आभार व्यक्त
अभिनेता सतीश कौल ने पांच लाख रुपये की सहायता मिलने के बाद जागरण का आभार व्यक्त किया और कहा कि मुश्किल परिस्थितियों में दैनिक जागरण और जागरण.कॉम ने मेरी आवाज मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंचाने में मदद की है। इसके लिए आभारी रहूंगा।
पेंशन व मकान दोनों दे सकता जिला प्रशासन
सतीश कौल की ओर से डिप्टी कमिश्नर को एक घर और पंजाबी विश्वविद्यालय से बंद हुई 11 हजार रुपये की पेंशन दोबारा से शुरू करवाने की मांग की थी। सीआरपी कॉलोनी में दर्जनों फ्लैट खाली पड़े हैं और इनमें से एक उन्हें अलॉट किया जा सकता है। अब देखना है कि इस दिशा में सरकार व प्रशासन कदम उठाता है या नहीं।