विशेषज्ञ बोले, कैंसर को लेकर जागरूकता जरूरी
कैंसर पेशेंट हेल्पलाइन आई कैन गाइड संस्था की ओर से वीरवार को फैमिली फिजिशियन कैंसर अपडेट-2021 आनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : कैंसर पेशेंट हेल्पलाइन आई कैन गाइड संस्था की ओर से वीरवार को फैमिली फिजिशियन कैंसर अपडेट-2021 आनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मैक्स अस्पताल मोहाली के कैंसर विशेषज्ञ डा. गौतम गोयल मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए, जबकि सेमिनार की प्रधानगी कैंसर विशेषज्ञ डा. रमन अरोड़ा ने की।
इस सेमिनार में 100 से अधिक फैमिली-फाइजीशियन ने भाग लिया, जिसमें डा. सुरेंद्र गुप्ता के अलावा डा. इंद्र शर्मा, डा. कुलवंत सिंह, डा. मनोज सोबती, डा. सरजीवन शर्मा, डा. राकेश मित्तल, डा. सर्वजीत सिंह, डा. धर्मपाल गोयल, डा. सुमन बाली, डा. मनु शर्मा पटियाला, डा. रितु व सुनील शर्मा, डा. प्रवीण गोयल माछीवाड़ा, डा. जगदेव सिंह कहल, डा. संजीव शर्मा फिरोजपुर, डा. पवन शर्मा गुरदासपुर, डा. हीरालाल गर्ग धनौला, डा. अनिल ज्योति, डा. अमनप्रीत सिंह डा. राकेश शर्मा, डा. पूरन सिंह चौहान, डा. सतीश शर्मा, डा. प्रवीण गुगनानी जालंधर, डा. रिकू सेठी सादिक, डा. जवाहर धीर व डा. रमनदीप सिंह फगवाड़ा, डा. आरपीऐस चावला नकोदर, डा. संदीप कलूचा जलालाबाद, डा. सुशील सलहोतरा कपूरथला, डा. अजय शर्मा अमृतसर, डा. शशी पुरी होशियारपुर शामिल थे।
जमीनी स्तर पर लोगों को करना होगा जागरूक
इस मौके पर डा. सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि कैंसर के कारण प्रतिवर्ष 10 मिलियन लोग मौत का शिकार शिकार होते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि 2030 तक 13 मिलियन लोग कैंसर की वजह से मौत का शिकार होंगे। इसलिए हमें अभी से कैंसर संबंधी सभी जानकारियों को जमीनी स्तर तक लोगों तक पहुंचाना होगा, ताकि कैंसर को रोकने के साथ-साथ, कैंसर का समय पर इलाज करवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके।
इम्यूनोथेरेपी कैंसर के इलाज के लिए कारगर
डा. गौतम गोयल ने बताया कि इम्यूनोथेरेपी ने कैंसर के इलाज में एक अभूतपूर्व अंग जोड़ दिया है, क्योंकि इम्यूनोथेरेपी में प्रत्येक कैंसर के विरुद्ध एंटीबाडीज का निर्माण करके उन एंटीबाडीज को रोगी के शरीर में डाला जाता है। ये एंटीबाडीस कैंसर के प्रत्येक सेल को नष्ट कर देते हैं। जिसके कारण बीमारी पूर्णतया नष्ट हो जाती है एवं भविष्य में भी बीमारी होने का खतरा कम हो जाता है, क्योंकि शरीर में एंटीबाडी का लेवल बना रहता हैं, इसलिए भविष्य में बीमारी के सेल उत्पन्न होते ही एंटीबाडीस पुन: कार्यशील हो जाती हैं और कैंसर के सेल को नष्ट कर देती हैं। यद्यपि यह इलाज अभी चौथी स्टेज वाले कैंसर के रोगियों के लिए ही उपलब्ध है और इसकी कीमत भी सामान्य की थैरेपी से ज्यादा है। लेकिन भविष्य में इम्यूनोथेरेपी सामान्य रोगियों के लिए भी उपलब्ध हो सकेगी।