कैबिनेट मंत्री आशु बोले-लुधियाना नगर निगम ने मेरे विधानसभा हलके के पार्कों में किया है कब्जा
मंत्री ने कहा कि पार्क लोगों के घूमने के लिए हैं न कि टायलेट बनाने के लिए। पार्क में सिर्फ उतने ही टायलेट बनाएं जितने वहां घूमने वालों के लिए जरूरी हैं। बड़े ब्लाक बनाने के लिए अन्य जगह तलाशें।
लुधियाना, जेएनएन। शहर में सरकारी कब्जों काे लवेकर मंत्री आशु ने बड़ा बयान दिया है। मंत्री ने कहा कि उनके विधानसभा हलके में ही लुधियाना नगर निगम ने पार्कों की जमीन पर कब्जा करके पब्लिक टायलेट ब्लाक बना दिए। यह निगम के लिए अच्छी बात नहीं है। पार्क लोगों के घूमने के लिए हैं, न कि टायलेट बनाने के लिए। पार्क में सिर्फ उतने ही टायलेट बनाएं, जितने वहां घूमने वालों के लिए जरूरी हैं। बड़े ब्लाक बनाने के लिए अन्य जगह तलाशें। उन्होंने कमिश्नर को स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि आगे से पार्क में इतने टायलेट न बनाएं।
शहर में हैं 305 पार्क बिना कमेटी के
शहर में पार्क मैनेजमेंट कमेटी सिस्टम को शुरू करने वाले निगम के पूर्व बागवानी इंजीनियर डा. जेएस बिलगा भी बैठक में पहुंचे। बिलगा ने पार्क मैनेजमेंट कमेटियों से अपना शुरुआती अनुभव शेयर किया। उन्होंने बताया कि 1999-2000 में पार्क मैनेजमेंट कमेटियों की शुरुआत हुई। तब 267 पार्क मैनेजमेंट कमेटियां बनी थी और शहर में 417 पार्क होते थे। अब शहर में 870 पार्क हैं, जिनमें से 565 पार्कों की देखरेख 438 कमेटियां कर रही हैं। 305 पार्क अभी खाली हैं। विधायक संजय तलवाड़ ने निगम से मांग की है कि जल्दी ही इन 305 पार्कों के लिए भी कमेटियां बनाई जाएं।
निगम के पास नहीं है लैंड स्केपिंग स्पेशलिस्ट
लुधियाना में जितनी हरियाली है, उसका श्रेय कहीं न कहीं जेएस बिलगा को जाता है। उनके तबादले के बाद नगर निगम में लैंड स्केपिंग का स्पेशलिस्ट नियुक्त नहीं किया गया। बिलगां ने मंत्री आशु से मांग की है कि पंजाब के बड़े शहरों में लैंड स्केपिंग के स्पेशलिस्ट नियुक्त किए जाएं ताकि शहरों में कम जगह पर भी हरियाली को विकसित किया गया।