साइकिल पर सवार होकर दौडऩे लगा कारोबार, कोरोना ब्रेक के बाद हुआ अनलॉक
World bicycle Day पंजाब में साइकिल उद्योग में तेजी आ गई है। इससे राज्य में कारोबार को भी तेजी आई है। कोरोना ब्रेक के बाद उद्योग अनलॉक होने के साथ ही विदेश से आर्डर मिल रहे हैं।
लुधियाना, [राजीव शर्मा]। लुधियाना के साइकिल उद्योग ने विश्वभर मेंं पहचान कायम की है। घरेलू बाजार में मार्केटिंग के साथ-साथ यहां बनी साइकिल व पाट्र्स कई देशों में निर्यात किए जा रहे हैैं। कोरोना लॉकडाउन के बाद साइकिल के दम पर कारोबार फिर से दौडऩे लगा है। कोरोना के दौर में शारीरिक दूरी रखने व इम्युनिटी बढ़ाने के लिए साइकिल बेहतर विकल्प है। इस कारण भी अमेरिका, यूरोप समेत कई देशों में साइकिल की मांग बढ़ रही है। चीन से मुंह मोड़ लेने के बाद कई देशों की नजर अब भारत पर है।
कोरोना के दौर में विदेश से भी आ रहे ऑर्डर, लुधियाना की इंडस्ट्री की बढ़ी आस
ईईपीसी बाइसाइकिल पैनल के कन्वीनर प्रदीप अग्रवाल कहते हैैं कि देश से 2200 करोड़ रुपये की साइकिलें और पाट््र्स का निर्यात किया जा रहा है। अब ऑर्डर आने लगे हैं। यह निर्यात ज्यादातर अफ्रीकी, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए है। अमेरिका और यूरोप में निर्यात काफी कम है। उद्यमी चाहते हैैं कि सरकार हाथ थामकर साथ दे तो वे विश्व में भारत की साइकिल का लोहा मनवाने के साथ ही चीन की मार्केट पर कब्जा कर सकते हैैं।
समय के साथ साइकिल का बदल गया स्वरूप
उद्यमियों के अनुसार समय - समय पर साइकिल में कई बदलाव आए हैैं। स्टैंडर्ड साइकिल के बाद बच्चों की साइकिल, फैंसी साइकिल, स्पोट्र्स साइकिल और अब हाईएंड साइकिल व ई-साइकिल विश्व में लोगों की पसंद बन चुके हैैं।
आयात शुल्क समाप्त करे सरकार : पाहवा
ऑल इंडिया साइकिल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और एवन साइकिल्स लिमिटेड के सीएमडी ओंकार ङ्क्षसह पाहवा के मुताबिक भारत में अमेरिका और यूरोप की तरह साइकिङ्क्षलग के लिए अलग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जाए। हाईएंड साइकिल की तकनीक के लिए सरकार हाईटेक मशीनरी पर आयात शुल्क खत्म करे।
साइकिल उद्योग की समस्याएं हों दूर : शर्मा
इंडियन बाईसाइकिल्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरडी शर्मा ने कहा कि कोरोना के बाद अमेरिका और यूरोप में साइकिल की बिक्री बढ़ी है। भारत विश्व बाजार में पैठ बना सकता है। साइकिल उद्योग की सभी समस्याओं को खत्म करने की जरूरत है।
तकनीक व मशीनरी मुहैया कराए सरकार : चावला
यूनाइटेड साइकिल एंड पाट्र्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस चावला ने कहा कि कई देशों ने चीन की साइकिल पर 67 फीसद ड्यूटी लगाई है। विश्व में एलॉय, टिटेनियम व कार्बन स्टील की साइकिल चल रही हैं। ऐसे उत्पादन के लिए सरकार तकनीक और मशीनरी उपलब्ध करवाए।
विदेश में बढ़ेगी साइकिल की मांग: हरमोहिंदर
नोवा साइकिल्स के एमडी हरमोहिंदर सिंह पाहवा ने कहा कि अमेरिका और यूरोप से जो मांग आ रही है, उस स्तर के साइकिल की तकनीक हमारे पास नहीं है। शारीरिक दूरी के चलते लोग अब साइकिल को प्राथमिकता देने लगे हैं। अभी साइकिल की मांग और बढ़ेगी।
साइकिल का सफर...
1817: विश्व की पहली साइकिल जर्मनी में बरन कार्ल ने लकड़ी से बनाई
1887: अंग्रेज भारत लाए साइकिल, फिर यहां शुरू हुआ उत्पादन
2200 करोड़ रुपये की साइकिलें और पाट््र्स का निर्यात करता है भारत
-10 गुणा बड़ा है चीन का साइकिल बाजार भारत के मुकाबले
- 2019 में चीन में साइकिल उत्पादन 20 करोड़, भारत में 2 करोड़
-50 लाख साइकिल स्कूल के बच्चों के लिए खरीदती हैैं राज्य सरकारें