इंक्रीमेंट में भेदभाव के आरोप लगा भाजपाइयों का हंगामा, बैठक का बहिष्कार कर धरने पर बैठे Ludhiana News
पूर्व प्रधान भी बैठक छोड़ बाहर आए केवल विपक्ष ही नहीं सत्तापक्ष में ही इस मसले पर दरार दिखाई दी। सत्ता पक्ष के सदस्य और पूर्व प्रधान एडवोकेट परमजीत सिंह भी बैठक छोड़कर बाहर आ गए।
खन्ना, जेएनएन। खन्ना की सात शिक्षण संस्थाओं को चलाने वाली प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट की बैठक में वीरवार को हंगामे और बहसबाजी के बाद विपक्षी भाजपा सदस्यों ने बायकॉट किया। फिर बैठक हाल के बाहर धरना लगा दिया। भाजपाई राजेश डाली, जतिंदर देवगण, जसपाल लोटे, संजीव धमीजा, करूण अरोड़ा और अजय सूद ने आरोप लगाए कि मैनेजमेंट द्वारा वेतन में इनक्रीमेंट के मामले में स्टाफ के साथ पक्षपात किया गया है। इसके अलावा चुनाव को देखते हुए संस्थान के हितों को दरकिनार कर भारी भरकम एजेंडा लाया गया है।
राजेश ने कहा कि अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए सत्ता पक्ष की तरफ से मनचाहे और नियमों के खिलाफ इंक्रीमेंट लगाए गए हैं। पुराने स्टाफ को छोड़कर नए स्टाफ को ज्यादा इंक्रीमेंट दिए। यह स्टाफ के साथ धक्केशाही के साथ ग्रुपबाजी खड़ी करने की साजिश है। देवगण ने कहा कि एएस मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दो अध्यापिकाओं हरप्रीत कौर गुजराल और मोनिका पुंज ने बैठक में आकर शिकायत दर्ज कराई। यह मैनेजमेंट के इतिहास में पहली बार हुआ है।
लोटे ने कहा कि एक टीचर को रखने के लिए इंटरव्यू में केवल वही टीचर पहुंचा जिसे रखना था। इससे गड़बड़ी साफ दिख रही है। इसके बाद धरना स्थल पर भाजपा मंडल प्रधान अनूप शर्मा, महासचिव आतिश बांसल, सीनियर नेता बलजिंदर सिंगलाऔर अन्य नेता भी पहुंच गए। शाम साढ़े पांच बजे शुरू होकर देर रात तक धरना जारी रहा।
विपक्ष को मनाने की कोशिशें, एजेंडे को रद करने की मांग
मैनेजमेंट के सदस्यों को मनाने की सत्तापक्ष की सभी कोशिशें नाकाम रहीं। मैनेजमेंट के प्रधान राजीव राय मेहता, महासचिव बलदेव कृष्ण बत्तरा, इंटरनल ऑडिटर और नगर कौंसिल प्रधान विकास मेहता बाहर विपक्ष को मनाने आए, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने एजेंडे को रद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर संस्थान के हितों के साथ समझोता नहीं होगा।
सत्तापक्ष में दरार
पूर्व प्रधान भी बैठक छोड़ बाहर आए केवल विपक्ष ही नहीं सत्तापक्ष में ही इस मसले पर दरार दिखाई दी। सत्ता पक्ष के सदस्य और पूर्व प्रधान एडवोकेट परमजीत सिंह भी बैठक छोड़कर बाहर आ गए। उन्होंने कहा कि वह विरोध में वाकआउट कर रहे हैं। एजेंडे के कई प्रस्तावों से वह सहमत नहीं हैं।
सत्ता पक्ष ने आरोप नकारे, कहा-नियमों के अनुसार इंक्रीमेंट लगाए
मैनेजमेंट के सत्ता पक्ष ने आरोपों को नकार दिया है। प्रधान राजीव राय मेहता ने कहा कि नियमों के अनुसार इंक्रीमेंट लगाए गए हैं। कई नए अध्यापकों का वेतन पुराने सेवादारों से भी कम था, इसलिए उनके वेतन को सम्मानजनक किया गया है। अगर किसी का इंक्रीमेंट कम या नहीं लगा है तो उसे भी विचार के बाद सही कर दिया जाएगा। मेहता ने कहा कि मैनेजमेंट चुनाव की घोषणा जल्द की जाएगी। इसके मार्च माह के तीसरे या चौथे सप्ताह होने की संभावना है। बाकी एजेंडे को पारित कर दिया गया है। विपक्ष के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है।
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