बैंस को आत्म नगर से मिले कम वोट, बिट्टू का जगराओं में जनाधार हुआ डबल
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रवनीत बिट्टू ने जीत तो दर्ज की लेकिन आंकड़ो पर नजर दौड़ाए तो नतीजे चौंकाने वाले रहे हैं।
लुधियाना, [राजेश शर्मा]। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू ने जीत तो दर्ज की, लेकिन आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो नतीजे चौंकाने वाले रहे। पिछली बार चौकोना मुकाबला कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू, आम आदमी पार्टी के एचएस फूलका, शिअद के मनप्रीत अयाली व आजाद सिमरजीत सिंह बैंस के बीच था। इस बार कमजोर आप उम्मीदवार के चलते मुकाबला त्रिकोना होकर शिअद, कांग्रेस व बैंस में रहा। बैंस अपने गढ़ आत्मनगर, दक्षिण में कमजोर दिखे तो जगराओं गिल व दाखा में उनकी ताकत बढ़ी दिखी।
वहीं शिअद का जनाधार जगराओं, दाखा व गिल से गायब हो गया तो पूर्वी व पश्चिम में प्रदर्शन बेहतरीन रहा। विजेता बिट्टू का जनाधार कांग्रेसी क्षेत्र माने जाते उत्तरी में कम हुआ तो जगराओं में ताकत डबल हो गई। बैंस ने जगराओं, गिल व दाखा से की भरपाई लोक इंसाफ पार्टी के आत्मनगर से विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को पिछले लोकसभा चुनाव में दो लाख दस हजार 917 वोट मिले थे जो इस बार बढ़कर 3 लाख 7 हजार 423 हो गए, लेकिन बैंस के वोट उनके अपने ही गढ़ में कम हो गए।
विधानसभा क्षेत्र आत्मनगर जिससे सिमरजीत सिंह बैंस खुद विधायक हैं, को पिछले चुनाव में 25 हजार 440 वोट मिले थे। जबकि इस बार यह मत कम हो कर 24 हजार 957 रह गए। वहीं दक्षिण से 2014 में मिले वोट 42734 से कम होकर 35469 रह गए। बैंस ने इसकी भरपाई जगराओं से कर ली। जहां से उनको पिछली बार मात्र 4327 वोट मिले थे, लेकिन इस बार उन्हें 37 हजार 689 वोट मिले। विधानसभा क्षेत्र दाखा से बैंस के खाते में पिछली बार मात्र 10 हजार 637 वोट ही आए थे जो इस बार बढ़कर 44 हजार 938 हो गए। वहीं गिल से मिले वोट 27 हजार 36 बढ़कर 59 हजार 184 में तबदील हो गए।
शिअद को दक्षिण व पश्चिम से मिले भारी वोट
शिअद उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली को 2014 में दो लाख 56 हजार 590 वोट मिले थे, जबकि इस बार शिअद उम्मीदवार महेश इंदर सिंह गरेवाल के पक्ष में पड़े मतों की संख्या बढ़कर 2 लाख 99 हजार 435 हो गई। शिअद को नुकसान विधानसभा ग्रामीण क्षेत्रों गिल व दाखा में हुआ तो उसने इसकी भरपाई पूर्वी, दक्षिण व पश्चिम से की। पिछले चुनाव में दाखा से शिअद को 40736 वोट मिले थे, जबकि इस बार यह संख्या 28896 पर ही सिमट गई। वहीं जगराओं से मिले 26303 वोट इस बार कम होकर 21342 रह गए। गिल से मिले 41482 वोटों की संख्या सिमटकर 39818 रह गई। शिअद ने इसकी भरपाई बैंस को उनके गढ़ आत्म नगर व दक्षिण से मिले कम वोट, पूर्वी में मिले 31 हजार 324 मतों की संख्या 46 हजार 350 तक बढ़ाकर कर दी। बैंस के गढ़ माने जाते दक्षिण से पिछली बार शिअद के खाते में आए 16 हजार 307 वोट आए थे, जबकि इस बार 26 हजार 415 वोट आए हैं। वहीं विधानसभा क्षेत्र पश्चिम में मिले 27 हजार 671 वोटों की संख्या से आगे जाते हुए शिअद ने इस बार 38 हजार 201 वोट झटक लिए।
बिट्टू को नॉर्थ में उठाना पड़ा काफी नुकसान
पिछली बार रवनीत सिंह बिट्टू चौकोने मुकाबले में मात्र 11 हजार वोटो से ही जीत पाए थे। इस बार जीत का अंतर 76645 हो गया। 2014 में बिट्टू को तीन लाख 459 वोट मिले थे, जबकि इस बार उनके खाते में तीन लाख 83 हजार 91 वोट आए। कांग्रेस के खाते में विधानसभा क्षेत्र सेंट्रल से नाम मात्र की बढ़ोतरी दर्ज हुई। पिछली बार यहां से 37 हजार 768 वोट आए थे जबकि इस बार 38 हजार 378 वोट मिले। विधानसभा क्षेत्र उत्तरी से बिट्टू को खासा नुकसान झेलना पड़ा। 2014 के चुनाव में बिट्टू को यहां से 47179 वोट मिले थे, जबकि इस बार यह संख्या 44 हजार 566 पर ही सिमट गई। बिट्टू को सबसे अधिक लाभ जगराओं में हुआ। वहां वोट 23 हजार 845 से बढ़कर 46772 तक पहुंच गई। दाखा में भी वोट संख्या 29 हजार 893 से बढ़कर 43644 हो गई।
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