अधूरे फ्लाईओवर से गिरा बाइक सवार, मौत
नीलों के साथ सरहिद नहर के अधूरे फ्लाईओवर से गिर कर बाइक सवार की मौके पर मौत हो गई।
संस, समराला : नेशनल हाईवे अथॉरिटी की लापरवाही के कारण नीलों के साथ सरहिद नहर के अधूरे फ्लाईओवर से गिर कर बाइक सवार की मौके पर मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव अमरगढ़ निवासी पूर्व सैनिक जरनैल सिंह के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि बुधवार की देर रात जरनैल सिंह लुधियाना की तरफ जा रहा था। हादसे की वजह अधूरे फ्लाईओवर पर वाहनों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा कोई बैरिकेड्स न लगाना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले भी एक बाइक सवार इस अधूरे फ्लाईओवर से गिर गया था। हलांकि सरियों में फंसे उस व्यक्ति ने शोर मचाया, जिसे सुन कर मौके पर पहुंचे लोगों ने फ्लाईओवर से उसे बाइक समेत नीचे उतार कर उसकी जान बचाई थी। कई बार चंडीगढ़ से लुधियाना को जा रही कारें भी इस अधूरे फलाईओवर पर बैरीकेड ना लगे होने के कारण हादसा ग्रस्त हो चुकी हैं।
समराला पुलिस ने मृतक जरनैल सिंह के भाई दिलबर सिंह के बयानों पर धारा 174 की कारवाई कर शव वारिसों के हवाले कर दिया। जांच अधिकारी एएसआइ सतनाम सिंह से जब पूछा गया कि बैरिकेड्स ना लगे होने के कारण अथॉरिटी के अधिकारियों के खिलाफ कारवाई क्यों नही की गई तो उन्होंने कहा कि बैरिकेड्स लगाए गए थे। जबकि कहा गया के बैरिकेड्स ना लगे होने की तस्वीरें दैनिक जागरण के पास मौजूद हैं तो उन्होंने चुप्पी साध ली। अधूरे पुल निर्माण के कारण दो साल पहले नहर में गिरी थी कार
दो वर्ष पहले दोराहा के नजदीक सरहिद नहर पर गुरथली पुल पर बने अधूरे पुल से गिरकर कार सवार चार युवकों की मौत हो गई थी। नहर से शव सहित कार पुलिस को करीब दो महीने बाद इस लिए बरामद हुई थी क्योंकि पुल से क्रेन द्वारा काम करते समय क्रेन की हुक सरहिद नहर में पानी मे गिरी कार मे फंस गई थी। जब क्रेन आपरेटर ने हुक को खीचां तो कार भी बाहर आ गई। उस समय हादसे में जान गंवाने वाले कार सवार पंचकूला के रहने वाले व्यापारी थे। जो देर रात खरीदारी करके लुधियाना से पंचकूला की तरफ जा रहे थे।
बैरिके लगाने पहुंचे कर्मियों पर ग्रामीणों ने उतारा गुस्सा
हादसे के बाद अधूरे फ्लाईओवर के आगे जब नेशनल हाईवे अथॉरिटी के कर्मचारियों द्वारा आगे बैरिकेड्स लगाने की कोशिश की गई तो गुस्साए आसपास के लोगों ने बैरिकेड्स से भरे ट्राले को और क्रेन को रोक कर उसके टायरों से हवा निकाल दी। उसके बाद जब पुलिस कर्मियों ने बैरिकेड्स रखवाने की कोशिश की तो उन्हे भी ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। बिजलीपुर के समाजसेवी बहादुर सिंह ने कहा कि इससे पहले भी इस फ्लाईओवर से कई कारें गिरने से बची हैं। फिर भी कर्मचारियों ने बैरिकेड नहीं लगाए।