ठेकेदारों की आपत्ति के बाद मिनी सचिवालय मल्टीस्टोरी पार्किंग की बोली रद
सोमवार को नए कांट्रेक्ट के लिए जिला प्रशासन ने बोली रखी थी जो ठेकेदारों के ऑब्जेक्शन (आपत्ति) के बाद रद हो गई।
लुधियाना, जेएनएन। मिनी सचिवालय मल्टीस्टोरी पार्किंग के नए कांट्रेक्ट के लिए सोमवार को जिला प्रशासन द्वारा रखी बोली ठेकेदारों की आपत्ति के बाद रद कर दी गई। बोली करवाने पहुंचे असिस्टेंट कमिश्नर विनोद कुमार बांसल से पांचों ठेकेदारों ने पूछ लिया कि अगर भविष्य में सरकार लॉकडाउन करती है तो क्या उन दिनों की रकम ठेके में से लेस होगी। बांसल का जवाब था कि सरकार की पॉलिसी अनुसार ही सब कुछ तय होगा। इस पर ठेकेदार ने रकम कम करने की बात कांट्रेक्ट में लिखने की बात कहते हुए बोली देने से मना कर दिया।
पांचों ठेकेदारों द्वारा बोली में भाग नहीं लेने के चलते आगामी आदेश तक यह प्रक्रिया रद कर दी गई। ऐसे में सवाल उठता है कि पहले से दो महीने देरी से चल रही बोली प्रक्रिया में अगर कोई ठेकेदार भाग नहीं लेता, तो क्या जिला प्रशासन जिला मुख्यालय की पार्किंग व्यवस्था को लावारिस ही रखेगा। इसके चलते परिसर की अव्यवस्था का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता रहेगा। गाैरतलब है कि 31 मार्च को ठेका समाप्त हो गया था।
लावारिस पार्किंग के कारण लग रहा जाम, हो रहे झगड़े
कायदे से 31 मार्च को खत्म हुए मल्टीस्टोरी पार्किंग कांट्रेक्ट को एक अप्रैल से पहले रिन्यु हो जाना चाहिए था। लॉकडाउन के चलते प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई, तो पुराना ठेकेदार चला गया व नई बोली हुई नहीं। ऐसे में मिनी सचिवालय पार्किंग में आने वाले लोग मर्जी से यहां वहां वाहन खड़े करने लगे। इसके चलते अकसर जाम की स्थिति बनी रहती है और आए दिन यह झगड़े की वजह भी बनते हैं। सोमवार को भी हालात कुछ ऐसे ही नजर आए।
पांचों ठेकेदारों ने बोली देने से मना कर दिया जिसके चलते बोली रद कर दी गई है। मामला डीसी के संज्ञान में है। नई तारीख वह ही तय करेंगे।-विनोद कुमार बांसल, असिस्टेंट कमिश्नर