Ludhiana ASI Murder Case: भरत का बिजनेस पार्टनर हरियाणा से गिरफ्तार, गैंगस्टर जयपाल व जस्सी को कोलकाता में दिलाया था फ्लैट
Ludhiana ASI Murder Case जयपाल को कोलकाता में किराये पर फ्लैट लेने के लिए आरोपित के पहचान पत्र का इस्तेमाल किया गया था। विदेश और दूसरे राज्यों से खरीदे गए विदेशी मोबाइल नंबरों को पंजाब-हरियाणा में महंगे दामों पर आरोपित बेचते थे।
लुधियाना, चंडीगढ, जेएनएन। Ludhiana ASI Murder Case: एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर जयपाल और जस्सी को कोलकाता में किराये पर फ्लैट दिलाने वाले भरत के बिजनेस पार्टनर हरियाणा के महम निवासी सुमित कुमार को शनिवार को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सुमित के पहचान पत्र और दस्तावेजों के आधार पर ही कोलकाता में किराये पर फ्लैट लिया गया था।
काउंटर इंटेलिजेंस और आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) के एडीजीपी अमित प्रसाद ने बताया कि आरोपित सुमित भरत कुमार का बिजनेस पार्टनर है। भरत ने 15 मई को जगराओं की अनाज मंडी में पंजाब पुलिस के दो एएसआइ भगवान सिंह और दलविंदरजीत सिंह की हत्या करने वाले गैंगस्टर जयपाल भुल्लर और जस्सी को मुरैना, ग्वालियर से फरार होने और उनके लिए कोलकाता में छिपने में मदद की थी। कार में सवार भरत को नौ जून को शंभू बार्डर के नजदीक .30 बोर की पिस्तौल के साथ दबोचा गया था। उसी से पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों गैंगस्टर कोलकाता में छिपे हुए हैं।
टोल प्लाजा से निकलने के लिए दिखाया था कांस्टेबल का पहचान पत्र
एडीजीपी ने बताया कि आरोपित सुमित कुमार और भरत कुमार विभिन्न देशों से खरीदे गए विदेशी टेलीकाम के मोबाइल नंबरों समेत फैंसी मोबाइल नंबरों की गैर कानूनी बिक्री में शामिल थे। वह ऐसे मोबाइल नंबर बहुत महंगे दामों पर पंजाब और हरियाणा में बेचते थे। भरत के पास कांस्टेबल अमरजीत सिंह का पहचान पत्र भी था, जिसका प्रयोग ग्वालियर से फरार होने पर टोल प्लाजा से निकलने के लिए किया गया था। इस मामले में पुलिस ने अब जांच तेज कर दी है। भरत की गिरफ्तारी के बाद आराेपिताें का नेटवर्क खंगालने में आसानी हाेगी।
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