एसजीपीसी से गुरुद्वारा साहेब की जमीन अस्पताल बनाने की रखी मांग
भाई घन्हैया जी सेवा मिशन सोसायटी के संस्थापक तरणजीत सिंह निमाणा ने आरोप लगाया है कि प्राइवेट कॉलोनाइजर से मिलीभगत करके जमीन के कुछ हिस्से को कब्जाने का प्रयास किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : अयाली कलां में गुरुद्वारा श्री थड़ा साहेब की जमीन को लेकर भाई घन्हैया जी सेवा मिशन सोसायटी के संस्थापक तरणजीत सिंह निमाणा ने आरोप लगाया है कि प्राइवेट कॉलोनाइजर से मिलीभगत करके जमीन के कुछ हिस्से को कब्जाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि यह जमीन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की है।
निमाणा ने दावा किया कि मिशन द्वारा आवाज उठाने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने जमीन को बचाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। यह जमीन छठी पातशाही से संबधित है। इसलिए इसका उपयोग मानवता की भलाई के लिए ही हो सकता है।
इसलिए एसजीपीसी से अनुरोध किया गया है कि वह इस पर चारदिवारी करवाकर चेरिटेबल अस्पताल का निर्माण करवाए। इसके लिए मिशन की ओर से भी एसजीपीसी को पत्र लिखा गया है। मामला उछला तो गांव वालों की ओर से जमीन पर बोर्ड लगाकर इसके गुरुद्वारा साहेब से संबधित होने का संदेश दिया गया। इस दौरान अमृतपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, कुलवंत कौर, अजमेर सिंह, जसवंत सिंह, अजयपाल शर्मा दविंदर कलां मौजूद रहे। बेअदबी करने वालों को मानसिक परेशान ही क्यों बताया जाता है : संत बाबा दर्शन सिंह जागरण संवाददाता, खन्ना : मंडी गोबिंदगढ़ के नजदीक गांव तूरां में एक व्यक्ति द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की बेअदबी करने की घटना की गुरुद्वारा तपोवन ढक्की साहिब मकसूदड़ा के संत बाबा दर्शन सिंह जी खालसा ने कड़ी निदा की है।
उन्होंने कहा कि यह असहनीय है। बेशक इस घठना को अंजाम देने वाले मेवा सिंह नामक व्यक्ति को पुलिस ने काबू कर लिया है और उसे परिवार वाले मानसिक रोगी बता रहे हैं। लेकिन, सवाल यह है कि गुरु साहिब की बेअदबी करने वाले ज्यादातर लोगों को बाद में मानसिक रोगी क्यों बता दिया जाता है।
संत बाबा दर्शन सिंह जी खालसा ने कहा कि लोग केवल गुरु साहिब को ही क्यों निशाना बनाकर बेअदबी कर रहे हैं। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि इस घटना समेत श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी वाली अन्य घटनाओं की भी बारीकी से जांच की जाए।