पूर्व सरपंच की मौत के लिए भाई ने गांव की महिला को ठहराया जिम्मेदार, पढ़िए पूरा मामला
गांव बिंजल के पूर्व सरपंच गुरमीत सिंह की हुई मौत के बाद मृतक के भाई ने गांव में रहती एक महिला को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
By Edited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 05:30 AM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 05:30 AM (IST)
जेएनएन, रायकोट। गांव बिंजल के पूर्व सरपंच गुरमीत सिंह की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत के बाद मृतक के भाई एएसआइ गुरसेवल सिंह ने गांव में रहती एक महिला को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। रविवार को परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर गुरमीत के शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कथित आरोपित महिला ज्योति और उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया।
मृतक गुरमीत के भाई गुरसेवल ने बताया कि गांव बिंजल में ज्योति नाम की महिला पिछले लगभग 7-8 सालों से रह रही है और उसने बीते 2016 में उसके भतीजे वरिंदरपाल सिंह और गांव के एक नौजवान के खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाया था। इसे पुलिस ने जांच के बाद रद कर दिया था। इसके बाद से ही वह महिला उसके भाई के साथ रंजिश रखती थी और अब उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रही थी। इसी कारण गुरमीत परेशान रहने लगा था। बीती 12 अप्रैल को उसकी परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि भाई को अस्पताल दाखिल करवाना पड़ा, जहां 20 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।
गुरसेवल ने बताया कि इस संबंधी उन्होंने पुलिस को भी रिपोर्ट दी है। रविवार को गांव के एक धार्मिक स्थान पर इकठ्ठा हुए गांव वासियों की मौजूदगी में पारिवारिक सदस्यों ने गुरमीत के शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया और कथित आरोपित महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी, कार्रवाई का दिया भरोसा वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना सदर के इंचार्ज जीएस सिकंद मौके पर पहुंचे और परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाया। थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में कथित आरोपित महिला ज्योति और उसके पति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
मृतक गुरमीत के भाई गुरसेवल ने बताया कि गांव बिंजल में ज्योति नाम की महिला पिछले लगभग 7-8 सालों से रह रही है और उसने बीते 2016 में उसके भतीजे वरिंदरपाल सिंह और गांव के एक नौजवान के खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाया था। इसे पुलिस ने जांच के बाद रद कर दिया था। इसके बाद से ही वह महिला उसके भाई के साथ रंजिश रखती थी और अब उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रही थी। इसी कारण गुरमीत परेशान रहने लगा था। बीती 12 अप्रैल को उसकी परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि भाई को अस्पताल दाखिल करवाना पड़ा, जहां 20 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।
गुरसेवल ने बताया कि इस संबंधी उन्होंने पुलिस को भी रिपोर्ट दी है। रविवार को गांव के एक धार्मिक स्थान पर इकठ्ठा हुए गांव वासियों की मौजूदगी में पारिवारिक सदस्यों ने गुरमीत के शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया और कथित आरोपित महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी, कार्रवाई का दिया भरोसा वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना सदर के इंचार्ज जीएस सिकंद मौके पर पहुंचे और परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाया। थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में कथित आरोपित महिला ज्योति और उसके पति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
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