इंडस्ट्री पर पावरकट के बावजूद जनता को नहीं मिल रही बिजली : सरीन
पंजाब सरकार राज्य की जनता से लागत मूल्य से दोगुने दाम से भी ज्यादा बिजली के बिल वसूलने के बावजूद बिजली सप्लाई सुचारु करने में फेल साबित हुई है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब सरकार राज्य की जनता से लागत मूल्य से दोगुने दाम से भी ज्यादा बिजली के बिल वसूलने के बावजूद बिजली सप्लाई सुचारु करने में फेल साबित हुई है। राज्य की इंडस्ट्री पर सप्ताह में तीन दिन का पावरकट लगाने, भीषण गर्मी में शापिग माल व बाजारों में एसी चलाने पर पांबदी व बिजली बचाने के लिए सरकारी दफ्तरों का समय दोपहर दो बजे तक करने के बावजूद बिजली संकट बढ़ रहा है। ये बातें पंजाब भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल सरीन ने कही।
सरीन ने कहा कि साल 2017 से पहले जब कांग्रेस सरकार नहीं थी, तब 24 घंटे बिजली की सप्लाई रहती थी। उस समय व्यापार व उद्योग भी प्रफुल्लित हुए। जब से कांग्रेस सरकार बनी है, तब से गर्मियों में ये समस्या आम हो गई है। सरकार की नाकामी के चलते राज्य में बिजली की डिमांड व सप्लाई में जमीन-आसमान का अंतर है। बिजली प्लांट उत्पादन क्षमता से 25 फीसदी कम उत्पादन कर रहे हैं। ट्रांसमिशन लाइनों की खस्ता हालत पर राज्य सरकार व पावर काम अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। मामूली बरसात व आंधी की भनक लगते ही बिजली गुल हो जाती है। बिजली की कमी को छुपाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से मेंटीनेंस के नाम पर 12 से 18 घंटे के लंबे-लंबे बिजली कट लगाए जा रहे हैं।