आर्ट लवर्स को वाटर कलर की बारीकियां बताईं
आर्ट लवर्स को वाटर कलर की बारीकियों से अवगत करवाया गया। वाटर कलर के बारे में पंजाब में जागरूकता की कमी है जबकि वाटर कलर सबसे जल्द बनने वाला माध्यम है और इसका परिणाम भी मिनटों में आ जाता है या यूं कहें वाटर कलर के जरिए मेडिटेशन मिलती है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : आर्ट लवर्स को वाटर कलर की बारीकियों से अवगत करवाया गया। वाटर कलर के बारे में पंजाब में जागरूकता की कमी है, जबकि वाटर कलर सबसे जल्द बनने वाला माध्यम है और इसका परिणाम भी मिनटों में आ जाता है या यूं कहें वाटर कलर के जरिए मेडिटेशन मिलती है। वर्कशाप के दौरान यह चीजें कही चंडीगढ़ के आर्टिस्ट सिकंदर सिंह ने जो शनिवार बिदराबन रोड रेखा वर्ल्ड आफ आर्ट की ओर से आयोजित दो दिवसीय वाटर कलर और एक्रेलिक वर्कशाप के दौरान पहुंचे।
सिकंदर सिंह ने बताया कि साल 2003 से वह वाटर कलर के साथ जुड़े हुए है और अपनी ज्यादातर पेंटिग इसी माध्यम से तैयार करते हैं। वर्कशाप के पहले दिन वाटर कलर्स के साथ लैंडस्केप को सिखाया गया। वर्कशाप में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को बताया गया कि प्रकृति बहुत बड़ी चीज है, इसे जितना निहारोगे, उतना ही आप इस ओर खींचे चले जाएंगे। रेखा वर्ल्ड आफ आर्ट की प्रमुख रेखा ने बताया कि वर्कशाप के लिए उनके पास बीस रजिस्ट्रेशन पहुंची है और वह उन्हें ही वर्कशाप का हिस्सा बनाती हैं जो वास्तव में आर्ट लवर्स हैं। वह खुद पिछले 45 सालों से आर्ट से जुड़ी हैं और पेंटिग्स तैयार कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने क्ले आर्ट के जरिए मंत्र तैयार किया है, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। वर्कशाप में विद्यार्थियों ने आर्टिस्ट से पेंटिग्स संबंधी सवाल भी किए, जिनके संतुष्टिजनक जवाब भी दिए गए। रविवार भी वर्कशाप जारी रहेगी जोकि एक्रेलिक पर रहेगी।