दीपावली पर आत्मिक साफ भी करें : अरुण मुनि
एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस की प्रार्थना सभा में आगमज्ञाता गुरुदेव श्री अरुण मुनि ने कहा कि हमें भगवान का शासन मिला है इसका सत्कार करना चाहिए।
- एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में प्रार्थना सभा
- गुरुदेव ने कहा, प्रभु के शासन का सत्कार करें संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस की प्रार्थना सभा में आगमज्ञाता गुरुदेव श्री अरुण मुनि ने कहा कि हमें भगवान का शासन मिला है, इसका सत्कार करना चाहिए। जब तक केवल ज्ञान की प्राप्ति नहीं होती, तब तक कोई तीर्थकर कुछ नहीं बोलते। केवल प्रभु महावीर ने ही बोला था, एक बार परमात्मा जंगल की ओर जा रहे थे। रास्ते में लोगों ने प्रभु को रोका और जंगल में जाने से मना गया, क्योंकि इसमें भयंकर सर्प चंड कौशिया रहता था, परंतु परमात्मा के कदम नहीं रुके और चंड कौशिया के स्थान पर जाकर खडे़ हो गए। तब उसने प्रभु को दो बार डंस लिया परंतु प्रभु के मन में तो दया और करुणा थी। जब उसने तीसरी बार डंसा तो प्रभु के शरीर से खून की जगह दूध की धारा निकली। इस पर परमात्मा ने कहा, बुझ-बुझ कौशिया, तब वह शांत हो गया। लोगों ने उस पर दूध चढ़ाया, जिससे चींटियां एकत्रित हो गई और उसके शरीर को डंक मारने लगी। उन्होंने कहा कि किसी भी तीर्थकर ने अंतिम समय तक देशना नहीं दी, केवल प्रभु महावीर ने ही देशना दी। उत्तराध्यन सूत्र केवल दीपावली पर्व पर ही पड़ा जाता है। उस दिन केवल दीप जलाने के लिए नहीं होती, बल्कि आत्मा की सफाई करनी होती है। परमात्मा ने बताया कि मानव जन्म बहुत मुश्किल से मिलता है, अगर आपुण्य रुपी पानी का सही इस्तेमाल किया है तो दोबारा यह मिल सकता है।