उद्यमियों ने पीएम को भेजे चीन की आर्थिक कमर तोड़ने के सुझाव
बदीश जिंदल ने भारत और चीन के व्यापारिक डाटा पर एक आकलन रिपोर्ट बनाकर प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी है।
जासं, लुधियाना : ऑल इंडस्ट्री एंड ट्रेड फोरम के प्रधान बदीश जिंदल ने भारत और चीन के व्यापारिक डाटा पर एक आकलन रिपोर्ट बनाकर प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी है। इसमें दोनों देशों के व्यापार से जुड़े आंकड़ों का जिक्र कर चीन को आर्थिक कम तोड़ने को लेकर सुझाव दिए गए हैं।
उन्होंने लिखा है कि भारत और चीन में कुछ मामलों में सुधार कर लिया जाए, तो प्रोडक्शन और बिक्री के मामले में भारत अव्वल हो सकता है। देश में जीडीपी में इंडस्ट्री की भागीदारी 27 प्रतिशत और चीन में 39 प्रतिशत है। इसमें चीन में एग्रीकल्चर 7.1 प्रतिशत और भारत में 15 प्रतिशत है। चीन की कुल एक्सपोर्ट 2.5 ट्रिलियन डॉलर है जबकि भारत की एक्सपोर्ट 322 ट्रिलियन है। चीन मोबाइल एक्सपोर्ट में 125 बिलियन का व्यापार करता है जो मोबाइल सेगमेंट में 46.9 प्रतिशत हिस्सा है। हालांकि भारत केवल 3.2 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट कर रहा है, जो केवल 1.2 प्रतिशत है। ऐसे कई सेक्टर हैं, जिसमें भारत के लिए अभी आपार संभावनाएं हैं। भारत में एमएसएमई को प्रमोट करने और उन्हें लेटेस्ट तकनीक से वाकिफ करवाने के लिए ट्रेनिग सेंटर बनाए जाने की जरूरत है। निंवेश से अच्छी रिटर्न प्राप्त करने की जानकारी दी
लुधियाना: कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से पर्सनल सेविग इन्वेस्टमेंट तकनीक पर ऑनलाइन सेमिनार आयोजित किया गया। इस दौरान सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर सीए हरेश नागपाल बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न विकल्पों के माध्यम से कैसे निवेश कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करें, इस पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने निवेश के वितरण में रियल एस्टेट, गोल्ड बांड, एक्सचेंज ट्रेड फंड्स, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज और आरबीआइ बांड्स के बारे में बताया।