Move to Jagran APP

वैट के बाद उद्यमियों का अब 250 करोड़ का एसजीएसटी रिफंड अटका

वैट रिफंड की मार झेल रही इंडस्ट्री की परेशानी जीएसटी लागू किए बाद भी कम नहीं हो रही है। पंजाब के उद्यमियों का 250 रुपये एसजीएसटी का रिफंड फंस हुआ है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 06 Jul 2018 01:51 PM (IST)Updated: Mon, 09 Jul 2018 08:55 PM (IST)
वैट के बाद उद्यमियों का अब 250 करोड़ का एसजीएसटी रिफंड अटका
वैट के बाद उद्यमियों का अब 250 करोड़ का एसजीएसटी रिफंड अटका

लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। जीएसटी लागू होने के बाद भी लंबे समय से वैट रिफंड की मार झेल रही इंडस्ट्री की परेशानी कम नहीं हुई है। अब इंडस्ट्री को एसजीएसटी (स्टेट गुड्स एवं सर्विस टैक्स) का रिफंड लेने को मशक्कत करनी पड़ रही है। यह रिफंड करीब 250 करोड़ रुपये का है। उद्यमियों के मुताबिक सीजीएसटी (सेंट्रल गुड्स एंव सर्विस टैक्स) तो समय पर आ रहा है, लेकिन सीजीएसटी पास होने के बावजूद इसका रिफंड नहीं मिल पा रहा है।

loksabha election banner

सीजीएसटी के मिल रहे रिफंड, पंजाब सरकार अभी रोक रही रिफंड

नई टैक्स प्रणाली में भी उद्योगों की भारी रकम विभाग के पास है और इसके लिए उद्यमियों को बैैंक का ब्याज जमा करवाना पड़ रहा है। अभी तक लुधियाना के उद्यमियों के पांच सौ करोड़ के करीब वैट रिफंड अटके पड़े हैैं और लगभग 250 करोड़ एसजीएसटी रिफंड अटक गया है। सीजीएसटी का रिफंड देने के बाद केंद्रीय विभाग प्रदेश के हिस्से के लिए एसजीएसटी के लिए केस रैफर तो कर रहा है, लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद एसजीएसटी रिफंड लेने में दिक्कत हो रही है।

यह भी पढ़ें: सुब्रह्मणम स्‍वामी के अटपटे बोल- राहुल गांधी डोप टेस्‍ट में हाेंगे फेल, लेेते हैं कोकीन

लुधियाना हैैंड टूल एसोसिएशन के अध्यक्ष एससी रलहन के मुताबिक वैट की भांति प्रदेश सरकार के पास अब एसजीएसटी रुकने लगा है, जो उद्योगों का रकम ब्लाक किए हुए हैै। इस व्यवस्था को बेहतर करने के लिए समय पर रिफंड को सुनिश्चित किया जाना चाहिए, नहीं तो वैट रिफंड की भांति इंडस्ट्री का सीजीएसटी भी लंबे समय के लिए अटक जाएगा। जब से जीएसटी लागू हुआ है, एसजीएसटी का एक भी रिफंड नहीं आया है।

साइकिल इंडस्ट्री की प्रोडक्शन का दो चार प्रतिशत फंसा

फीको प्रधान गुरमीत सिंह कुलार के मुताबिक, साइकिल इंडस्ट्री को एसजीएसटी का अभी तक कोई रिफंड नहीं आया है। लुधियाना का साइकिल उद्योग छह हजार करोड़ का सलाना कारोबार करता है। ऐसे में रॉ मैटीरियल पर 18 प्रतिशत जीएसटी दिया जाता है। फिनिशड गुड्स पर 12 प्रतिशत क्लेम किया जाता है और दो प्रतिशत वैल्यू एडिशन का रहता है। ऐसे में चार प्रतिशत के करीब कुल प्रोडक्शन का रिफंड में फंसा है। ऐसे में इतना पैसे रिफंड में रूकने से इंडस्ट्री को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यह भी पढ़ें: नशे का सियासी डोप टेस्ट, कांग्रेस अौर आप के विधायकों ने कराई जांच, सीएम भी तैयार

रिफंड को भी किया जाए तत्काल ऑनलाइन

जी-13 फोरम के कन्वीनर एवं अर्पण साइकिल के एमडी उमेश कुमार नारंग के मुताबिक सरकार को रिफंड को तत्काल देने का प्रावधान करना चाहिए। केंद्र सरकार की ओर से रिफंड समय पर है, लेकिन प्रदेश के रिफंड यानि एसजीएसटी के लिए दो चार होना पड़ रहा है। सरकार को सारे लेनदेन को ऑनलाइन करना चाहिए। ताकि समय पर सारे काम हो सकें।

यह भी पढ़ें: जानें एेसा क्‍या हुआ कि युवक का शव का चिता से शव उठा ले गई पुलिस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.