प्रशासन ने सतलुज किनारे बसे गांवों में जारी किया अलर्ट, कभी भी छोड़ना पड़ सकता है घर Ludhiana News
अधिक पानी के चलते धुस्सी बांध में दरार आने का खतरा भी मंडरा रहा है। नतीजतन माछीवाड़ा इलाके के करीब दर्जनों गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
लुधियाना/श्री माछीवाड़ा साहिब, जेएनएन। भाखड़ा बांध से पानी छोड़ने के बाद सतलुज दरिया में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इस समय दरिया में एक लाख क्यूसिक से अधिक पानी चल रहा है। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 11 बजे रोपड़ से 2.41 लाख क्यूसिक पानी और सतलुज में छोड़ा गया है। जोकि सात घंटे बाद लुधियाना में प्रवेश करेगा। यह पानी आसपास के गांवों के अलावा शहर के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस खतरे की आशंका के मद्देनजर प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है।अधिकारियों की टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
बाढ़ के हालात की संभावना को देखते हुए डीसी ने अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की। मीटिंग में डीसी ने सभी अफसरों को अलर्ट रहने को कहा है। मीटिंग में डीसी ने दावा किया कि हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस और प्रशासन हालत पर नजर रख रहे हैं।
श्री माछीवाड़ा साहिब में सतलुज के किनारों का दौरा करते हुए समराला के विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों व अन्य।
सतलुज नदी पर आसमान से सेना रख रही नजर
1988 के बाद इतनी भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने पर राज्य सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट है। दरिया पर पल-पल नजर रखने के लिए सेना के तीन हेलिकाॅप्टर लगातार हवाई चक्कर लगा रहे हैं। ताकि तुरंत प्रशासन को खतरे के संकेत दिए जा सकें और बचाव कार्य वक्त पर किए जा सकें। उधर प्रशासन ने आसपास के गांवों के लोगों को दरिया की तरफ न जाने के आदेश जारी किए हैं। हर संवेदनशील प्वाइंट पर जिला प्रशासन, पुलिस और नहरी विभाग की संयुक्त टीमों को तैनात कर दिया गया है। कहीं पर भी दरार आने की सूरत में लेबर को भी तैयार रखा गया है।
सेना के तीन हेलीकॉप्टर लगातार सतलुज नदी के जलस्तर का जायजा ले रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने गांवों का किया दौरा
केबिनेट मंत्री भारत भूषण अाशु ने नगर निगम के मेयर बलकार सिंह संधू, डीसी प्रदीप अग्रवाल, निगम कमिश्नर कमलप्रीत कौर बराड़ व अन्य अधिकारियों के साथ सतलुज के नजदीकी गांवों का दौरा किया। इसके अलावा सतलुज में पानी के बहाव का भी जायजा लिया। प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए। आशु ने माना कि स्थिति गंभीर है, लेकिन फिलहाल नियंत्रण में है। इस पर रिपोर्ट।
बाढ़ की आशंका के चलते कासाबाद गांव के लोग काफी सहमे हुए हैं। नदी के किनारों पर जाकर लोग पानी के जलस्तर की जानकारी ले रहे हैं।
अधिक पानी के चलते धुस्सी बांध में दरार आने का खतरा भी मंडरा रहा है। नतीजतन माछीवाड़ा इलाके के करीब दर्जनों गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से गांवों में अनाउंसमेंट करवा दी है कि वे अपना सामान और पशु संभाल लें। एसडीएम समराला गीतिका सिंह ने भी रविवार सुबह से ही माछीवाड़ा के नजदीक सतलुज दरिया किनारे बसते गांवों का दौरा किया। प्रसाशन संवेदनशील स्थानों धुल्लेवाल और सैंसोवाल में पूरी नजर बनाए हुए है।
माछीवाड़ा में भारी बारिश की वजह से सड़कों को पहुंचा नुकसान।
इसके अलावा माछीवाड़ा इलाके में लगातार बारिश होने के कारण गांवों में फसलों की काफी तबाही हुई है और कई स्थानों पर सड़कों में दरारें भी आई हैं। जिस कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। रतीपुर से पवात को जाती सड़क और माछीवाड़ा शहर के शांति नगर को जाती सड़क का नुकसान पहुंचा है। बारिश का पानी खेतों और आस-पास कुछ घरों में भी घुस गया है।