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सरकारी अस्पतालों की बदहाली का नतीजा भुगत रही है पंजाब की जनता, ‘आप’ ने किया ऑक्सीमीटर मुहिम का आगाज

माणूके ने कहा यदि सरकारों ने प्राइवेट हेल्थ माफिया पैदा न किया होता तो आज लोगों का सरकारी सेहत सेवाओं में लाेगाें का यकीन रहता।

By Vipin KumarEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 06:15 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 06:15 PM (IST)
सरकारी अस्पतालों की बदहाली का नतीजा भुगत रही है पंजाब की जनता, ‘आप’ ने किया ऑक्सीमीटर मुहिम का आगाज
सरकारी अस्पतालों की बदहाली का नतीजा भुगत रही है पंजाब की जनता, ‘आप’ ने किया ऑक्सीमीटर मुहिम का आगाज

लुधियाना, जेएनएन। कोरोना महामारी पर काबू पाने में बुरी तरह से फेल हुई पंजाब सरकार के सहयोग और लोगों को बचाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने ऑक्सीजन मुहिम का शुक्रवार को लुधियाना जिले के स्थानीय घंटा घर (मेन बाजार) से आगाज किया।

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पार्टी के वरिष्ठ नेता और विपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूके, पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह, विधायक जैसिंह रोड़ी ने दुकानदारों और आम लोगों को पूरी सावधानी के साथ ऑक्सीजन के स्तर की जांच की। उन्हाेंने कोरोना से बचाव के लिए ऑक्सीजन के स्तर की अहमियत समझाने के साथ-साथ बचाव के लिए जागरूकता पैदा करने वाली सामग्री भी वितरित की।

इस मौके उनके साथ जीवन सिंह संगोवाल, अमनदीप सिंह मोही, राजिंदर पाल कौर, सी.ए. सुरेश गोयल, अहबाब ग्रेवाल, रविंदर पाल सिंह पाली, सतवर्ग सिंह गिल्ल व अन्य नेता मौजूद थे। इससे पहले मीडिया को संबोधित करते हुए बीबी सरबजीत कौर माणूके, जरनैल सिंह ने बेकाबू हुई कोरोना महामारी के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ-साथ पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।

सरबजीत कौर माणूके ने कहा यदि सरकारों ने  अस्पतालों व डिस्पेंसरियों को अाैर बेहतर बनाने की बजाए बर्बाद करके प्राइवेट हेल्थ माफिया पैदा न किया होता तो आज लोगों का सरकारी सेहत सेवाओं में यकीन भी रहता और कोरोना के साथ इतनी बड़ी संख्या में मौतें न होती। उन्होंने बताया कि मौत की 2.9 दर से पंजाब की हालत सभी देश की अपेक्षा ज्यादा है।

जरनैल सिंह ने दिल्ली और पंजाब की तुलना करते बताया कि जहां दिल्ली में सरकारी सेहत सेवाओं के लिए कुल बजट का 14 प्रतिशत खर्च किया जाता है, वहीं पंजाब में यह 4 प्रतिशत कम है। यही कारण कि दिल्ली के सरकारी अस्पताल-डिस्पेंसरियां, प्राइवेट अस्पतालों को पीछे छोड़ देती है और हमारे यहां (पंजाब) के सरकारी अस्पतालों में न जरूरी दवाएं और न डाक्टर और न ही सहायक स्टाफ है। जै सिंह रोड़ी ने कहा कि 2022 में यदि लोगों ‘आप’ की सरकारी लाते हैं तो सेहत और शिक्षा के क्षेत्र में लोगों की दिल्ली की तरह प्राइवेट क्षेत्र पर निर्भरता खत्म कर दी जाएगी।


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