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जनवरी में जमीन पर उतरेगा बुड्ढा दरिया को साफ बनाने का प्रोजेक्ट

बुड्ढा दरिया को साफ बनाने के लिए 650 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा के बाद अफसर हरकत में आ गए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 01:27 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 01:27 AM (IST)
जनवरी में जमीन पर उतरेगा बुड्ढा दरिया को साफ बनाने का प्रोजेक्ट
जनवरी में जमीन पर उतरेगा बुड्ढा दरिया को साफ बनाने का प्रोजेक्ट

राजेश भट्ट, लुधियाना : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा बुड्ढा दरिया को साफ बनाने के लिए 650 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा के बाद अफसर हरकत में आ गए। अफसरों ने प्रोजेक्ट के टेंडर अलाट कर लिए और अब वर्क आर्डर जारी होने वाला है। मंत्री भारत भूषण आशु की मानें तो जनवरी के दूसरे सप्ताह तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। स्थानीय निकाय विभाग व पीएमआइडीसी ने प्रोजेक्ट तैयार करने में कड़ी मेहनत की और अलग-अलग पहलुओं पर चर्चा की। सरकार के सामने छह विकल्प थे, जिनमें से तीन तो पहले चरण में ही खारिज कर दिए गए और आखिर में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई और टेंडर जारी किए। मंगलवार को निकाय विभाग के प्रिसिपल सेक्रेटरी एके सिन्हा व पीएमआइडीसी के सीईओ अजॉय कुमार शर्मा ने पूरे प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन दी।

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शर्मा ने बताया कि पहले फेज में सिर्फ दरिया में गिर रहे अनट्रीटेड पानी को रोकने के प्रोजेक्ट पर काम होगा। इसमें जितनी भी ड्रेन दरिया में गिर रही हैं, उनको एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा और वहां पर पानी को ट्रीट किया जाएगा। इसके लिए 285 एमएलडी के ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किए जाएंगे। इसके बाद एसटीपी की क्षमता 703 एमलडी तक हो जाएगी। इस पर 519 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें दरिया के किनारे सड़क बनाने व सुंदरीकरण को शामिल नहीं किया गया है। सुंदरीकरण का प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी के तहत करवाया जा रहा है। सतगुरु उदय सिंह, मंत्री भारत भूषण आशु, मेयर बलकार सिंह, विधायक संजय तलवाड़ ने जनप्रतनिधियों व उद्यमियों से अपील की है कि इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में अपना सहयोग करें।

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इन छह तरीकों पर हुई चर्चा

1. सीवरेज का पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों तक फ्लो के हिसाब से ले जाया जाए। कीमत ज्यादा होने के कारण इसे रिजेक्ट कर दिया गया।

2. बुड्ढा दरिया के बीच में सीवरेज लाइन डालकर लास्ट में एक एसटीपी लगाया जाए। तकनीकी तौर पर फिट न होने पर रिजेक्ट किया गया।

3. बल्लोके जोन व भट्टियां जोन के बीच में जमीन लेकर एक एसटीपी बनाया जाए और पंपिग सेट के जरिये भट्टियां जोन व बल्लोके जोन का पानी वहां तक पहुंचा जाए। कीमत ज्यादा होने के कारण इसे रिजेक्ट कर दिया गया।

4. भट्टियां व बल्लोके जोन का कुछ पानी पंप करके बल्लोके एसटीपी तक पहुंचाया जाए। कीमत ज्यादा होने के कारण इसे रिजेक्ट कर दिया गया।

5. पंपिग सेट के जरिये भट्टियां जोन का कुछ पानी जमालपुर और बल्लोके जोन का पानी बल्लोके एसटीपी तक पहुंचाया जाए। वित्तीय व तकनीकी तौर पर फिट होने के कारण इसी विकल्प पर टेंडर करवाए गए।

6. बुड्ढा दरिया को कवर करना। इस पर एनजीटी ने आपत्ति जताई थी।

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यह काम होने हैं

285 एमएलडी का एसटीपी, पंपिग स्टेशन, ट्रीटमेंट व अन्य : 375 करोड़ रुपये

डेयरी के लिए ईटीपी : 29.5 करोड़

वर्तमान में चल रहे एसटीपी को अपग्रेड करना : 49 करोड़

एसटीपी तक पानी पहुंचाने का खर्च : 65.5 करोड़

कुल : 519 करोड़

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कम होगा आपरेटिग खर्च

आपरेटिग खर्च : 89.30 लाख रुपये प्रति माह

वहां बनने वाली गैसों से कमाई : 45.83 लाख प्रति माह

नेट खर्च : 43.47 लाख प्रति माह

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ऐसे काम करेगा प्रोजेक्ट

बल्लोके जोन और भट्टियां जोन का जो पानी बिना ट्रीट हुए दरिया में गिराया जा रहा है उसे पाइप डालकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाया जाएगा। बल्लोके जोन का पानी तो फ्लो के साथ बल्लोके एसटीपी तक चला जाएगा और इसके लिए भी पंपिग स्टेशन लगेगा। भट्टियां जोन का पानी जमालपुर पहुंचाने के लिए पानी को बहाव के विपरीत दिशा में डाला जाना है। इसके लिए बड़े पंपिग स्टेशन लगाए जाने हैं। बल्लोके में जाएगा यह पानी

कुंदनपुरी पंपिग स्टेशन : 5 एमएलडी

उपकार नगर ओवर फ्लो : 13 एमएलडी

लाइफ लाइन अस्पताल के पास : 23 एमएलडी

हैबोवाल : 20 एमएलडी

कुल : 61 एमएलडी जमालपुर में जाएगा यह पानी

ट्रांसपोर्ट नगर : 15.5 एमएलडी

शिगार सिनेमा : 10.5 एमएलडी

गोशाला : 20.3 एमएलडी

सुंदर नगर : 9.3 एमएलडी

टिब्बा रोड : 10.8 एमएलडी

कुल : 66.4 एमएलडी 111 एमएलडी पानी हो जाएगा कम

इंडस्ट्री का जो पानी अभी सीवरेज में आ रहा है। उसके लिए सीईटीपी लगाए जा रहे हैं। 105 एमएलडी पानी तब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं जाएगा। वहीं डेयरियों के लिए भी छह एमएलडी के ईटीपी लगाए जाने हैं। यह पानी भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में नहीं जाएगा। इस तरह कुल 111 एमएलडी पानी कम हो जाएगा।


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