प्रेमी की पेंशन के लिए विधवा बन गई महिला, ऐसे हुआ मामले का खुलासा
लिव इन रिलेशनशिप में रह रही महिला ने रोडवेज मुलाजिम की मौत के बाद फर्जी वारिस नामा तैयार करवा लिया।
जेएनएन, लुधियाना। लिव इन रिलेशनशिप में रह रही महिला ने रोडवेज मुलाजिम की मौत के बाद फर्जी वारिस नामा तैयार करवा लिया। उसके आधार पर उसने न केवल उसके सभी सरकारी फंड हथिया लिए, बल्कि उसकी पेंशन तक लेती रही। मामले पर यूं ही पर्दा पड़ा रहता अगर मृतक का बेटा कानून का सहारा न लेता। थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू की है। एएसआइ चांद अहीर ने बताया कि आरोपित महिला की पहचान अमन नगर निवासी सत्या देवी के रूप में हुई। पुलिस ने जालंधर के अली मोहल्ला निवासी जगदेव सिंह की शिकायत पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया।
पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में उसने बताया कि उसके पिता बनारसी दास रोडवेज के लुधियाना डिपो में रेडिएटर मैकेनिक की नौकरी करते थे। वह लुधियाना में ही रहते थे। 1996 में उसके पिता के अमन नगर निवासी सत्या पत्नी हरमेश लाल के साथ प्रेम संबंध बन गए। इसके बाद दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। 2001 में उसके पिता की मौत हो गई। इसके बाद 2004 में सत्या ने फर्जी वारिस नामा तैयार किया।
इसमें उसने खुद को हरमेश लाल की विधवा बताया। उसके आधार पर महिला ने रोडवेज में बकाया निकल रहे सभी वित्तीय लाभ हासिल कर लिए। आरोपित महिला आज तक बनारसी दास की विधवा बन कर उसकी पेंशन लेती रही, जबकि उसका असली पति हरमेश लाल अभी जिंदा है। एएसआइ चांद अहीर ने बताया कि महिला की ओर से दिए वारिसनामा की जांच के बाद उप मंडल मजिस्ट्रेट पश्चिम ने उसे फर्जी करार दिया और महिला के खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश कर दी।