कोरोना के 53 मरीज मिले, तीन की मौत
शुक्रवार को कोरोना के 53 केस आए और तीन मरीजों की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : सर्दी दस्तक दे चुकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बार-बार आशंका जता रहे हैं कि त्योहारी सीजन व सर्दी में लोगों की लापरवाही की वजह से कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं, लेकिन गनीमत है कि अभी कोरोना के मामले अधिक नहीं आ रहे। रोजाना नए मामलों का आंकड़ा सौ से नीचे चल रहा है।
शुक्रवार को जिले में कोरोना के 53 नए मामले आए, जबकि तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। दम तोड़ने वालों में कोट मंगल सिंह निवासी 86 वर्षीय पुरुष, ईसा नगरी निवासी 52 वर्षीय पुरुष और गांव बलोके निवासी 82 वर्षीय महिला शामिल है। जिले में अब तक 827 संक्रमितों की मौत हो चुकी है, जबकि 19890 लोग कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं। इसमें से 18779 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। वहीं मरीजों का रिकवरी रेट 94.41 फीसद हो गया है। सेहत विभाग के अनुसार इस समय जिले में एक्टिव केस 281 रह गए हैं। इनमें से 29 मरीज सिविल अस्पताल व 51 मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती और 151 मरीज होम आइसोलेट हैं। शहर के निजी व सरकारी अस्पताल में इस समय 19 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। इसमें से 10 लुधियाना और 9 दूसरे जिलों व राज्यों से हैं। लापरवाही शुरू: नियमों का पालन किए बिना लोग कर रहे पार्टियां
सिविल सर्जन डा. राजेश बग्गा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है कि लोग लपारवाही दिखाने लगे हैं। वे होटल व रेस्टोरेंट में पार्टी कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों व भीड़ वाले बाजारों में भी लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिग का ध्यान नहीं रखा जा रहा। इस तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है। सेहत विभाग व सरकार बार बार लोगों से अपील कर रही है कि जब तक कोरोना वायररस के खिलाफ वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक हर तरह की सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। सावधानी से ही कोरोना से बचा जा सकता है। कोरोना को हराने के लिए सेहत विभाग, जिला व पुलिस प्रशासन अपने स्तर पर तो लगातार प्रयास कर रहा है, इसमें सबसे जरूरी आम जनभागीदारी है। लोगों को कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए आगे आना होगा।