कमाल के वैज्ञानिक थे डॉ. कालकट
जासं, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में सोमवार को पीएयू के पूर्व वीसी व प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानि
जासं, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में सोमवार को पीएयू के पूर्व वीसी व प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक डॉ. गुरचरण सिंह कालकट को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शोक सभा आयोजित की गई। व्हीट ऑडिटोरियम में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बठिंडा के चांसलर डॉ. सरदारा सिंह जौहल, पूर्व वीसी डॉ. किरपाल सिंह औलख, डॉ. मनजीत सिंह कंग व यूनिवर्सिटी के अधिकारी व फेकल्टी मेंबर शामिल हुए।
संवेदना व्यक्त करते हुए वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि डॉ. कालकट कमाल के वैज्ञानिक थे। उन्होंने पंजाब में हरित क्रांति में बहुत बड़ा योगदान दिया। पंजाब की किसानी को समर्पित डॉ. कालकट एक शानदार इंसान थे। वह पूरी जिंदगी किसानों की बेहतरी के लिए प्रयत्नशील रहे। सोयाबीन के क्षेत्र में क्रांति उन्हीं की देन है। वहीं, सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सरदारा सिंह जौहल ने डॉ. कालकट को याद करते हुए कहा कि मेरा एक सच्चा मित्र नहीं रहा। जो योगदान डॉ. कालकट ने पंजाब की कृषि व किसानी के लिए दिया, वह कोई और नहीं दे सकता। पंजाब उन्हें हमेशा याद रखेगा, जबकि पूर्व वीसी डॉ. मनजीत सिंह कंग ने कहा कि डॉ. कालकट एक कुशल प्रबंधक थे। पीएयू के वैज्ञानिकों को विदेशों में ट्रेनिंग लेने के लिए फंडों का प्रबंध करवाने में उनकी मुख्य भूमिका रही। वहीं डॉ. किरपाल सिंह औलख ने कहा कि डॉ. कालकट ज्ञान के सागर थे। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। पीएयू के रजिस्ट्रार डॉ. राजिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि डॉ. कालकट का योगदान बहुत बड़ा है।