Omicron Variant: लुधियाना में वैक्सीनेशन की रफ्तार फिर तेज, एक दिन में 10,629 लोगों ने लगाया टीका
Omicron Variant नवंबर के दाैरान विभाग की ओर से रोजाना लगाए जाने वाले 150 से 200 वैक्सीनेशन कैंपों ज्यादातर दिनों में रोजाना चार से पांच हजार लोग वैक्सीन लगवाने के लिए रहे थे और इनमें से दूसरी डोज लगवाने वाले लोगों की संख्या आधी होती थी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Omicron Variant: विदेश के बाद भारत में भी कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। देश के कई एक्सपर्ट का कहना है कि नए वैरिएंट से निपटने का एक तरीका यही है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई जाए और मास्क और शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया जाए। अब इसे डर कहा जाए या जागरूकता कि नवंबर से धीमी पड़ चुकी वैक्सीनेशन की रफ्तार शुक्रवार को एकदम से बढ़ गई। जिले में 91 जगहों पर लगाए गए वैक्सीनेशन कैंपों में 10,629 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाई, जिसमें से 8 हजार 63 लोग दूसरी डोज लगवाने वाले थे, वहीं 2 हजार 557 लोगों ने पहली डोज लगवाई।
नवंबर के दाैरान विभाग की ओर से रोजाना लगाए जाने वाले 150 से 200 वैक्सीनेशन कैंपों ज्यादातर दिनों में रोजाना चार से पांच हजार लोग वैक्सीन लगवाने के लिए रहे थे और इनमें से दूसरी डोज लगवाने वाले लोगों की संख्या आधी होती थी। लेकिन ओमिक्रोन की भारत में एंट्री के बाद शुक्रवार को वैक्सीनेशन का आंकड़ा एकाएक बढ़ गया।
सिविल अस्पताल जगराओं के एसएमओ डा. प्रदीप कुमार मोहिंद्रा ने कहा कि ओमिक्रोन की वजह से दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ी। शुक्रवार को वैक्सीनेशन के लिए आने वाले कुल लाभार्थियों से से 80 प्रतिशत वे लोग थे, जिनकी दूसरी डोज पेंडिंग थी। लोग बता रहे थे कि इंटरनेट मीडिया व समाचार पत्रों में नए वेरिएंट के बारे में पढ़कर दूसरी डोज लगवाने के लिए आए हैं। ओमिक्रोन काे लेकर लोगों में डर हो गया है। वहीं गवर्नमेंट आयुर्वेदिक अस्पताल के इंचार्ज डा. हेमंत कुमार ने कहा कि ओमिक्रोन का असर वैक्सीनेशन पर देखने को मिल रहा है।
बुधवार व वीरवार को उनके यहां रोजाना 250 से अधिक लोग वैक्सीनेशन के लिए आ रहे थे। जबकि शुक्रवार को यह आंकड़ा बढ़कर 293 तक पहुंच गया। इनमें से 95 प्रतिशत लोग दूसरी डोज लगवाकर गए। जिले में वैक्सीनेशन के नोडल आफिसर डा. पुनीत जुनेजा ने कहा कि शुक्रवार को कम कैंपों में वैक्सीनेशन की अच्छी कवरेज रही है। इसकी वजह सेहत विभाग की जागरूता है।
इसके साथ ही नए वैरिएंट के आने के बाद एक्सपर्टस द्वारा वैक्सीन के बताए जा रहे फायदों को सुनकर भी लोग वैक्सीनेशन करवाने पहुंच रहे हैं। खासकर, वो लोग जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लिए हुए 100 से अधिक दिन हो चुके थे, लेकिन मिथ्यों और कोरोना के मामले कम होने की वजह से दूसरी डोज नहीं लगवाना चाह रहे थे। एक्सपर्ट बार बार कह रहे हैं कि वैक्सीन की दोनों डोज कोरोना के गंभीर खतरों से बचाने में कारगर है।ऐसे में लाेगों से अपील है कि जल्द से जल्द दूसरी डोज लगवाए।