Move to Jagran APP

पेशी से लौट रहा विचाराधीन कैदी हथकड़ी छुड़कर हुआ फरार

चोरी के मामले में गिरफ्तार कैदी हिरासत से फरार हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 09:11 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 09:11 PM (IST)
पेशी से लौट रहा विचाराधीन कैदी हथकड़ी छुड़कर हुआ फरार
पेशी से लौट रहा विचाराधीन कैदी हथकड़ी छुड़कर हुआ फरार

संवाद सहयोगी, कपूरथला : चोरी के मामले में काबू विचाराधीन कैदी कपूरथला अदालत में पेशी के बाद वापस थाने में लौटने के दौरान करतारपुर के नजदीक हथकड़ी से हाथ छुड़ा कर तथा पुलिस कर्मियों को चमका देकर फरार हो गया। थाना भुलत्थ के एएसआइ दलजीत सिंह ने बताया कि बुधवार को विचाराधीन कैदी को कोर्ट में पेश करने के बाद किया गया था। वापस लौटने के दौरान करतारपुर के पास ट्रैफिक की वजह से पुलिस की कार धीमी गति से चल रही थी। इस दौरान आरोपित कार से उतर कर व छलांग लगाकर खेत में भाग निकला।

loksabha election banner

भुलत्थ के बागड़िया निवासी राणा, महिमदपुर के सुखविदर सिंह उर्फ रौनकी व नवप्रीत सिंह उर्फ गूंगा को थाना भुलत्थ की पुलिस ने चोरी के मामलों में गिरफ्तार किया था। एएसआइ मनजीत सिंह के साथ तीनों को कोर्ट में पेश करने के लिए कपूरथला अदालत में ले जाया गया था। कोर्ट में पेशी के बाद राणा को 14 दिन के लिए जेल और बाकी दोनों को दो दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। तीनों आरोपियों को निजी कार में करतारपुर के रास्ते भुलत्थ ले जाया जा रहा था। सुखविदर सिंह रौनकी को हथकड़ी लगाकर ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बिठा रखा था। हथकड़ी एएसआई मनजीत सिंह की बेल्ट में टंगी थी। वही, कार की पिछली सीट पर नवप्रीत गूंगा व राणा को हथकड़ी पहनाकर बैठे हुए थे। जब वह करतारपुर से भुलत्थ की तरफ मुड़ने लगे तो वहां ट्रैफिक बहुत अधिक होने के कारण कार की रफ्तार धीमी थी। राणा ने झटके से हथकड़ी से अपना हाथ निकाला और कार का दरवाजा खोलकर खेतों की तरफ भाग निकला। थाना भुलत्थ की पुलिस ने फरार हुए आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.