सरकार पर फूटा कर्मचारियों का गुस्सा
फगवाड़ा के रेस्ट हाउस में शुक्रवार को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन व कर्मचारी फेडरेशन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : शहर के रेस्ट हाउस में शुक्रवार को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन व कर्मचारी फेडरेशन के सदस्यों ने मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते कर्मचारी विरोधी दिवस मनाया। यूनियन के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए हरबिलास व कुलदीप सिंह कौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हर फ्रंट पर फेल साबित हुई है। कारपोरेट घरानों से मिलीभगत करते हुए केंद्र सरकार ने हर क्षेत्र में निजीकरण को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इन फैसलों को यूनियन कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रदर्शनकारियों ने डीजल और पेट्रोल के दामों की आसमान छूती कीमतों पर नाराजगी जताते हुए कहा अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत बेहद कम हैं, लेकिन यहा सरकार लगातार इसका रेट बढ़ा रही है इससे महंगाई बढ़ेगी। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर मजदूरों के खिलाफ बनाए जा रहे कानून वापस को रद लिए गए तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। उन्होंने सरकार से ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों को रेगुलर करने, कर्मचारियों का डीए जारी करने, बिजली बिल 2020 रद करने व बठिंडा थर्मल प्लांट को बंद करने की जगह दोबारा शुरू करने की मांग की। इस मौके पर मोनिका, अकविंदर कौर, दलवीर कौर, अमनदीप कौर, बंसी लाल, रौणकी राम, आत्मा राम, प्रितपाल सिंह, संजीव कुमार, राम चंदर, सुदामा, हरी दास, दीपक कुमार, चंदर पाल, सुरिदर, बलवीर भी उपस्थित थे।