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स्कूल बंद किए जाने के विरोध में अध्यापकों और अभिभावकों ने किया प्रदर्शन

डीसी दफ्तर के बाहर अध्यापकों और अभिभावकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 08:52 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 08:52 PM (IST)
स्कूल बंद किए जाने के विरोध में अध्यापकों और अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
स्कूल बंद किए जाने के विरोध में अध्यापकों और अभिभावकों ने किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, कपूरथला : फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल एंड एसोसिएशन पंजाब के आह्वान पर बुधवार को जिले के निजी स्कूलों में काम करते अध्यापकों, स्कूलों से संबंधित ट्रांसपोर्टर और अभिभावकों ने संयुक्त तौर पर डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शराब के ठेके, रेस्टोरेंट आदि खुले है तथा बस सेवा भी जारी है। स्कूलों में सेहत विभाग के गाइडलाइन का पालन करने के बावजूद स्कूल खोलने नही दिया जा रहा है। स्कूल बंद होने की वजह से ना सिर्फ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है बल्कि अध्यापकों का भविष्य भी खतरे में है।

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प्रदर्शन में बेगोवाल से लेकर सुल्तानपुर लोधी तक के निजी स्कूलों के अध्यापकों, अभिभावकों, ड्राइवरो और कंडक्टर ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल खोलने के सहित अन्य मांगों को लेकर डीसी दीप्ति उप्पल को मांग भी सौंपा।

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कोरोना के कारण पिछले साल दस महीने से बच्चों की आनलाइन कक्षाएं लगाई गई और दो महीने आफलाइन कक्षाएं लगाई। आनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ाई उतनी अच्छी नहीं हो सकी जितनी आफलाइन कक्षाओं के दौरान होती है। लाकडाउन में स्कूलों और अभिभावकों के मध्य फीस को लेकर संघर्ष चलता रहा। फीस पूरी नहीं मिलने के कारण अध्यापकों को इसका संताप झेलना पड़ा।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्कूल बंद होने से घरों में बैठे बच्चे मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं। बच्चे दिन भर टीवी और मोबाइल से जुड़े रहते हैं जिससे उनकी सेहत पर भी असर पड़ रहा है। एक वर्ष के दौरान बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को पूरा करना मुश्किल हो गया है। सरकार की ओर से फिर से एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि घर के मुकाबले बच्चे स्कूलों में सुरक्षित हैं क्योंकि स्कूलों में वह अध्यापकों की निगरानी में होते है। अध्यापक बच्चों की पढ़ाई के साथ साथ उनकी सेहत का भी विशेष ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि एक अप्रैल से स्कूल खोलने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्कूल नहीं खोला गया तो अध्यापक, ड्राइवर व अभिभावक संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डा. आसा सिंह घुम्मण, उपाध्यक्ष सुखदेव सिंह जज, स्वर्ण सिंह खालसा, बीबी गुरप्रीत कौर, केवल कृष्ण, डा. अरविदर सिंह सेखों, डाली सिंह, केवल कृष्ण, सुखदेव सिंह, ममता, गुरमीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, सरबजीत कौर, बलजीत कौर, गुरप्रीत सिंह, मनजिदर कौर, साहिब सिंह, गुरचरन सिंह आदि उपस्थित थे।

प्रदर्शन में इन स्कूलों के अध्यापक हुए शामिल

प्रदर्शन में कपूरथला से प्रीता ली लैसन स्कूल, प्रेमजोत स्कूल, लिटल ऐंजल स्कूल, जीडी गोयंका स्कूल, आनंद पब्लिक स्कूल, अमरनाथ स्कूल, हिंदू हाई स्कूल, ओलीवर पब्लिक स्कूल, हिंदू कन्या कालेजिएट, आरएलएम स्कूल, जेके पब्लिक स्कूल, दोआबा पब्लिक स्कूल, सुल्तानपुर लोधी से अकाल अकादमी, दशमेश अकादमी, गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल, सिख मिशन अकादमी, अकाल ग्लैक्सी कान्वेंट स्कूल, लार्ड कृष्णा, नडाला से गुरु हरगोबिंद पब्लिक स्कूल सहित अल्पलाइन भटनूरा, जीएनपीकेएस नडाला, शिशु माडल भुलत्थ, आक्सफोर्ड बेगोवाल, बाबा कर्मजोत, गुरु अमरदास जी पब्लिक स्कूल उच्चा बेट के अध्यापकों ने हिस्सा लिया।


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