दोस्तों से मिले लेफ्टिनेंट जनरल सैनी, ताजा हुई पुरानी यादें
सैनिक स्कूल कपूरथला में ओल्ड ब्वायज मीट का आयोजन किया गया।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला दूधिया रोशनी में नहाया सैनिक स्कूल कपूरथला अपने जांबाज सपूतों का शनिवार को पलके बिछाएं इंतजार कर रहा था। स्कूल ने देश की तीनों सेनाओं व पैरा मिलिट्री फोर्स को हजारों जवान दिए हैं। शनिवार को स्कूल में आयोजित ओल्ड ब्वॉयज मीट में सैनिक स्कूल से शिक्षा हासिल कर देश भर में विभिन्न पदों पर सेवा निभा रहे स्कूल के पुराने विद्यार्थी सालों बाद एकसाथ दिखे।
लेफ्टिनेंट जरनल एसके सैणी भी उपस्थित हुए जिन्होंने दशकों बाद अपने पुराने दोस्तों के गले मिल कर अपनी पुरानी यादों को ताजा किया।
लेफ्टिनेंट जनरल सैणी के क्लास फैलो जो देश के जाने माने इंजीनियर विजय कुमार हैं, उसके साथ भी मुलाकात हुई। कई दशकों बाद हुई इस मुलाकात से दोनों के चेहरों पर खुशी को बया करना मुश्किल था। उनका कहना है कि व्यस्तता भरी जिदगी के कारण एक दूसरे से मुलाकात होना मुश्किल है लेकिन ओल्ड ब्वॉयज एसोसिएशन की तरफ से आयोजित मीट ने आज उन्हें मिला दिया है।
दिल्ली के कारोबारी रविदर कुमार ने बताया कि ओबीए का यह प्रयास बहुत ही ज्यादा सराहनीय है, जिसने दशकों बाद एवं भूली विसरी यादों को ताजा कर दिया है। इसके बाद ओबीए और स्कूल के मौजूदा विद्यार्थियों के बीच बास्केटबॉल व हॉकी के फ्रेंडली मैच भी खेले गए जिसमें ओबीए ने अपना दमखम दिखाने की भरसक कोशिश की। युवाओं के आगे उन्हें ठंड के मौसम में भी खूब पसीना बहाना पड़ा। पुराने विद्यार्थियों के मनोरंजन के लिए तंबोले का आयोजन किया गया।
स्कूल आने से मिली खुशी : सैणी
जरनल सैणी का कहना है कि फौज की नौकरी में फुर्सत नही मिल पाती जिस कारण पुराने दोस्तों से मुलाकात संभव नही हो होती है। वह इस ओबीए में आकर बहुत ही प्रसन्नता महसूस कर रहे है। आज उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे वह अपने घर पर आए हो। सालों बाद अपने अध्यापकों के कदमों को छू कर अथाह खुशी व सकून महसूस हुआ है।
विद्यार्थियों को अनुशासन व ईमानदारी का पाठ पढ़ाया
स्कूल ऑडीटोरियम में जनरल एसके सैणी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अनुशासन व ईमानदारी का पाठ पढ़ाया। उन्होंने ओबीए को स्कूल के सभी पूर्व विद्यार्थियों का एक वाट्सएप ग्रप बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि अलग अलग शहर, कलास व देश की बजाए साइकेपियन का एक ही ग्रुप जरुर होना चाहिए। ओबीए की तरफ से मेजर अशोक शेरावत की माता व पत्नी के अलावा स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल स्कूल आरके गुप्ता को सम्मानित किया गया। लेफ्टीनेट जरनल गुरदीप सिंह व मेजर जनरल आईपी सिंह ने अपनी भावनाओं पर काबू पानी की भरसक कोशिश की लेकिन पुराने स्कूल में आकर फिर भी उनकी आखें नम होने से रह नही सकी।