आरसीएफ ने नौ माह में 1000 कोच निर्माण कर बनाया रिकार्ड
रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने मात्र सवा नौ महीनों में एक हजार एलएचबी कोचों का उत्पादन कर एक कीर्तमान स्थापित किया है।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला : राजधानी, शताब्दी, हमसफर व तेजस जैसी हाई स्पीड व आधुनिक रेल कोचों का निर्माण कर ख्याति प्राप्त कर चुकी रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2019-20 दौरान मात्र सवा नौ महीनों में एक हजार एलएचबी कोचों का उत्पादन कर एक कीर्तमान स्थापित किया है। अगले वित्तीय वर्ष दौरान के आरसीएफ ने 2000 से अधिक सवारी डिब्बों के निर्माण का लक्ष्य रखा है तथा इसे अक्टूबर तक पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। सवारी डिब्बा को आरसीएफ के महाप्रबंधक रविंदर गुप्ता ने कर्मचारियों की उपस्थिति में रवाना किया गया।
इस मौके पर रविंदर गुप्ता ने कहा कि आरसीएफ द्वारा इस वर्ष में बढ़े हुए एलएचबी डिब्बों के लक्ष्य के बावजूद भी कम समय में इस 1000वें डिब्बे का निर्माण उत्साहजनक उपलब्धि है। उन्होनें सभी कर्मचारियों तथा सुपरवाइजरों को बधाई दी तथा इसका श्रेय आरसीएफ के कर्मठ कर्मचारियों व अधिकारियों को दिया।
उन्होंने कहा कि आरसीएफ देश की सबसे आधुनिक रेल कोच फैक्ट्री है जहां पर जर्मनी से एलएचबी टेक्नोलाजी प्राप्त करके स्टेनलेस स्टील के डिब्बों का निर्माण शुरू हुआ। आज इसकी संरचना और इसमें लगाई गई मशीनें विश्व स्तरीय हैं। लगातार विस्तार कर रही देश की अर्थ व्यवस्था में उच्च स्तर के रेल डिब्बों की मांग है। आरसीएफ के मेहनती तथा कुशल कर्मचारी हर तरह के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम हैं।
उन्होंने कर्मचारियों से आह्वान किया कि वह आरसीएफ की उन्नति को अपनी उन्नति समझें। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उन्होनें कर्मचारियों से सुझाव भी मांगे और कहा कि सभी सकारात्मक पहलुओं पर विचार करने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में आरसीएफ 2000 से अधिक सवारी डिब्बों के निर्माण का लक्ष्य हासिल करेगा तथा 1000 डिब्बों का निर्माण अक्तूबर माह तक पूरा करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उत्पादन में वृद्धि आरसीएफ को मेटीरियल की आपूर्ति करने वाली इकाइयों में भी रोजगार के अवसर बढ़ाएगी जिससे पंजाब तथा देश की अर्थ व्यवस्था में वृद्धि होगी। इस मौके पर प्रिंसिपल चीफ मकेनिकल इंजीनियर आरके मंगला, सभी विभागाध्यक्ष, अधिकारी, सुपरवाइजर और कर्मचारी उपस्थित थे।