आरसीएफ ने चार महीने में किया 310 कोचों का निर्माण
आरसीएफ ने जुलाई महीने में 151 एलएचबी कोचों का निर्माण किया है।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : देश की सबसे बढ़ी रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने एलएचबी डिब्बों के निर्माण में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आरसीएफ ने जुलाई महीने में 151 एलएचबी कोचों का निर्माण किया है और यह साल 2002 में भारतीय रेल द्वारा एलएचबी कोचों के उत्पादन की शुरूआत किए जाने से लेकर अब तक किसी भी उत्पादन ईकाई का सर्वाधिक मासिक उत्पादन है। जून महीने में आरसीएफ ने 107 एलएचबी डिब्बे बनाए थे। पिछले साल जुलाई माह दौरान आरसीएफ ने सिर्फ 65 एलएचबी डिब्बों का निर्माण किया था।
मौजूदा वित्तिय वर्ष 2020-21 के पहले चार महीनों में आरसीएफ ने लाकडाउन के बावजूद 310 कोचों का निर्माण किया है जिसमें से 307 एलएचबी कोच शामिल हैं।
आरसीएफ के महाप्रबंधक रवीन्द्र गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2002 में मेसर्स एलस्टॉम, जर्मनी से एलएचबी टेक्नोलाजी आरसीएफ ने प्राप्त की थी तथा 23 जून 2003 को आरसीएफ से पहला एलएचबी युक्त डिब्बों का राजधानी रेक तैयार कर रवाना किया था। तब से आरसीएफ ने अब तक 6500 से अधिक एलएचबी डिब्बों का निर्माण किया है। इन डिब्बों को पहले पहले राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, डबल डैकर में लगाया जाता रहा। अब इन कोचों को मेल एक्सप्रेस गाड़ियों तथा सामान्य गाड़ियों मे भी लगाया जा रहा है।
स्टेनलेस स्टील से बने यह डिब्बे तेज गति से चलने में सक्षम हैं। इनकी बर्थ कैपेस्टी भी आइसीएफ टाइप डिब्बों से अधिक है। डिब्बों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और फायर अलार्म भी लगाए गए हैं जिनके जरिए कोच के हर हिस्से पर निगरानी रहेगी। जीएम गुप्ता ने बताया कि भारतीय रेल की नवीनीकरण के लिए सबसे पहले आरसीएफ ने एलएचबी टेक्नोलॉजी को अपनाया। इसके बाद इंटेग्रेल कोच फैक्टरी, चेन्नई और माडर्न कोच फैक्टरी, रायबरेली ने भी इनका नियमित उत्पादन शुरू किया।