रणजीत सिंह खोजेवाल कपूरथला से खिलाएंगे भाजपा का कमल
मार्केट कमेटी कपूरथला के पूर्व चेयरमैन रणजीत सिंह खोजेवाल को कपूरथला से भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया गया है।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला
मार्केट कमेटी कपूरथला के पूर्व चेयरमैन एवं शिअद की पीएसी के सदस्य रह चुके रणजीत सिंह खोलेवाल को भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधान सभा हलका कपूरथला से कांग्रेस के दिग्गज नेता व कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के मुकाबले चुनावी मैदान में उतारा है। इससे अब हलके में चौकोना मुकाबला होने के आसार पैदा हो गए हैं। उधर खोजेवाल को टिकट मिलने से दावेदारी जताने वाले कुछ सीनियर भाजपा नेता थोडा मायूस जरुर है लेकिन भाजपा के अकेले दम पर पहली बार कपूरथला से विधान सभा चुनाव लड़ने से काफी उत्साहित भी है।
जत्थेदार रणजीत सिंह खोजेवाल टकसाली अकाली परिवार से जुड़े हुए ऐसे युवा नेता थे जिन्हें विधान सभा चुनावों के लिए शिअद की तरफ से सबसे प्रबल दावेदार माना जाता था लेकिन अकाली-बसपा की तरफ से कपूरथला सीट बसपा को दिए जाने से खोजेवाल को शिअद में अपना कोई सियासी भविष्य नजर नही आ रहा था। इस वजह से कई सालों से शिअद के लिए कड़ी मेहनत करने वाले रणजीत सिंह खोजेवाल निराश होकर घर बैठ गए थे। इस दौरान उनके साथ आम अदामी पार्टी एवं भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी संपर्क किया गया लेकिन खोजेवाल खामोश होकर बैठे रहे। प्रधान मंत्री नरिदर मोदी की तरफ से कृषि कानून वापस लेने के बाद खोजेवाल ने भारतीय जनता पार्टी को चुना और गत माह वह लुधियाना में आयोजित एक बड़ी रैली दौरान केंद्रीय मंत्री गजिदर शेखावत की अगुआई से भाजपा में शामिल हो गए।
हालाकि उस वक्त शीर्ष भाजपा नेतृत्व की तरफ से खोजेवाल को कपूरथला से विधान सभा चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया गया था लेकिन इसकी घोषणा नही की गई थी ताकि टिकट के लिए दावा जताने वाले स्थानीय भाजपा नेताओं को भी विश्वास में लिया जा सके। भारतीय जनता पार्टी के उच्च सूत्रों अनुसार टिकट के लिए दावा जताने वाले प्रमुख भाजपा नेताओं में उमेश दत्त शारदा, शाम सुंदर अग्रवाल, यज्ञ दत्त ऐरी एवं प्रशोत्तम कुमार पासी के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से अकेले में कई बार वार्तालाप किया गया और उसके बाद सभी दावेदारों को भाजपा को सत्ता में लाने के लिए एकजुट होकर खोजेवाल साथ डटने के लिए लामबंद किया गया। इसके बाद भाजपा की ओर से शुक्रवार को रणजीत सिंह खोजेवाल का कपूरथला से भाजपा का उम्मीदवार घोषित किया गया है।
अब देखना यह होगा कि भाजपा की स्थानीय लीडरशिप खोजेवाल को किस तरह का सहयोग देती है और वह कांग्रेस के अभी तक के अजय उम्मीदवार एवं मौजूदा कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के लिए किस तरह की चुनौती पेश कर पाते हैं। अगर भाजपा एकजुट होकर चुनाव में जाती है तो वह शहरी वोट बैंक पर अपनी पकड़ बन सकती है। उधर रणजीत सिंह खोजेवाल गांवों में शिअद के वोट बैंक को सेंध लगाने में कामयाब हो सकते है। इतना ही नही खोजेवाल के बाद अकाली दल के कई अन्य नेता भी भाजपा में शामिल हो सकते है, जिसके लिए अकाली दल को कड़ा पहरा रखना पड़ेगा।
रणजीत सिंह खोजेवाल ने टिकट के लिए भाजपा की स्थानीय, प्रदेश एवं राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा कि भाजपा की मजबूती के लिए तमाम वर्कर मिल कर भरसक कोशिश करेंगे।