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पेंडू मजदूर यूनियन ने मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन

पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब के नेतृत्व में भूमि अधिग्रहण संघर्ष संगठन के सदस्यों ने किया प्रदर्शन।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 06:22 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 08:59 PM (IST)
पेंडू मजदूर यूनियन ने मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन
पेंडू मजदूर यूनियन ने मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी :

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पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब के नेतृत्व में भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति के राज्य आह्वान पर राज्य में बहुसंख्यक अनुसूचित समुदाय को उनके ग्रामीण अधिकारों और संवैधानिक अधिकारों से जिस प्रकार वंचित किया जा रहा है को लेकर इन परिवारों के लिए न्याय के लिए चल रहे संघर्ष के हिस्से के रूप में, भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति और ग्रामीण श्रमिक संघ पंजाब ने आज राजनेताओं और नौकरशाहों के दलित विरोधी धनाढ्य चौधरी गठबंधन और पूरे पंजाब में सरकार के पुतलों को जलाने का आह्वान किया। गांव कमालपुर (मोठांवाला), शेरपुर सद्धा में सरकार के पुतलों को जलाकर और नारे लगाते हुए गांवों में विरोध प्रदर्शन हुए। इस अवसर पर बोलते हुए श्री निर्मल सिंह शेरपुर सद्धा, जिला अध्यक्ष अमरजीत सिंह ज्वालापुर व सदस्य राज्य समिति सदस्य ग्रामीण श्रमिक संघ पंजाब और संयोजक युवा विग ग्रामीण श्रमिक संघ पंजाब ने कहा कि उन्हें सरकारी योजनाओं का भागीदार नहीं बनाया जा रहा है।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब भी भूमिहीन लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपने अधिकारों की बात कर रहे थे, उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे थे और उन्हें चुप कराने की कोशिश की जा रही थी। कांग्रेस सरकार द्वारा मजदूरों के संयुक्त संघर्ष के बाद हुए संघर्षो के दौरान मजदूरों और किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को खारिज करने के बावजूद संघर्षरत श्रमिकों पर से पर्चे रद नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने मजदूरों और दलितों के चल रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए पुलिस को बुलाकर संघर्ष के दौरान पूर्व में दर्ज मुकदमों में जेल में डाल दिया गया। ग्रामीण श्रमिक संघ के नेता कश्मीर सिंह घुघशेर और अन्य राज्यों की सरकार ने 107/150 आपराधिक नोटिस जारी किया, जिनकी कड़ी निदा की गई। उन्होंने कहा कि अनुसूचित वर्ग के परिवारों को सहकारी समितियों में सदस्यता नहीं दी जा रही है। कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सहकारी समितियां हैं जो ग्रामीण समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि संगरूर प्रशासन ने सरकारी सोसायटियों में अपने हिस्से की मांग पर युवा नेताओं को तत्काल रिहा करने, मसानी बटाला में अनुसूचित जाति कोटे की पंचायत भूमि की फर्जी कुर्बानी को रद करने और मजदूर नेताओं को गाली देने वाली ग्राम सरकारी सोसायटियों की मांग की थी। कि इससे इनकार करने वाले अधिकारियों और प्रशासकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और कुलवंत कौर जगराओं को फांसी देने वाले अनुसूचित वर्ग के लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार डीएसपी व अन्यों को भी गिरफ्तार किया जाए।

इस अवसर पर ग्रामीण श्रमिक संघ के कश्मीरा सिंह भंडाल दोना, कमलजीत सिंह, बलकार सिंह कमालपुर, हरबंस सिंह, प्रेम लाल, मंगा सिंह और जिंदर कौर, सुखविदर कौर उपस्थित थे।


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