हवालाती की तबियत बिगड़ी, सिविल अस्पताल रेफर
लूट के मामले में मॉडर्न जेल में बंद हवालाती को बीमार होने की वजह से सिविल अस्पताल में रेफर किया गया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : गत 22 जुलाई को सुभानपुर रोड पर 40 लाख की लूट के मामले को लेकर मॉडर्न जेल में बंद हवालाती की तबीयत बिगड़ गई। जेल अस्पताल के डॉक्टर ने हवालाती की गंभीर हालत को गंभीर देखते हुए सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया। हवालाती के सिविल अस्पताल में दाखिल होने के बाद डीएसपी सब-डिवीजन हरिदर सिंह गिल ने पीसीआर व ट्रेफिक इंचार्ज दीपक शर्मा ने पुलिस कर्मियों के साथ सिविल अस्पताल में पहुंच गए तथा इमरजेंसी वार्ड के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी। अस्पताल में उपचाराधीन हवालाती हवालाती हरमनजीत सिंह निवासी गुदाला जट्टा थाना टांडा जिला होशियारपुर ट्रेवल एजेंट से 40 लाख की लूट के मामले में जेल में बंद है। लूट की वारदात के दौरान विरोधी पक्ष की ओर से चलाई गई गोली हरमनजीत के पेट से आर-पार निकल गई थी। गोली लगने वाली जगह पर हुए जख्म पर दर्द होने लगा तो उसने इसकी शिकायत मॉडर्न जेल के अधिकारीयों से की। उन्होंने उसको मॉडर्न जेल के अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां से उसे सिविल अस्पताल रेफर किया गया। इस संबंध में डीएसपी हरिदर सिंह ने कहा कि 40 लाख की लूट का आरोपित आरोपी सिविल अस्पताल में दाखिल है। कही उसके साथी छुड़ा कर ना ले जाए ओर अस्पताल में दाखिल मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
ये है मामला
22 जुलाई को हमीरा के पास फर्जी ट्रेवल एजेंटों के दो गुट पैसे के लेनदेन को लेकर आपस में उलझ गए थे। दिल्ली के बताए जाते एक पक्ष के चार सदस्यों ने दूसरे पक्ष के सदस्य पर गोली चलाकर 44 लाख छीन लिए थे। मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने एक पक्ष के सिमरनजीत को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद सिमरजीत कपूरथला की मॉडर्न जेल में बंद था। करतारपुर-सुभानपुर राष्ट्रीय राज मार्ग पर हमीरा के नजदीक एक होटल में ट्रैवल एजेंटों के दो पक्ष किसी झगडे़ के निपटारे के लिए बैठे हुए थे। इसी दौरान दोनों पक्षों में गोलीबारी शुरू हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छेहरटा अमृतसर निवासी सिमरनजीत सिंह को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान सिमरनजीत ने बताया कि वह ट्रैवल एजेंट का काम करता है। उसको सब एजेंट गुरबाज सिंह ने दो युवक कनाडा भेजने के लिए दिए थे। 44 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। इस दौरान उसे नई दिल्ली से आए फर्जी ट्रेवल एजेंटों सतीश कुमार, मोहन, सन्नी और अरुण ने रकम लेने के लिए उक्त होटल में बुलाया था। कमीशन को लेकर आपस में बहस शुरू हो गई। दिल्ली से आए ट्रैवल एजेंट उस पर पूरी 44 लाख रुपये की रकम देने का दबाव डाल रहे थे। इस दौरान दोनों पक्षों में गोली चल गई। इसी गोलीबारी के दौरान दिल्ली से आए ट्रैवल एजेंट उससे 44 लाख रुपये की राशि छीनकर फरार हो गए थे।