सिविल अस्पताल में सुविधाओं को तरसे मरीज
सिविल अस्पताल कपूरथला में मरीजों को सेहत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
नरेश कद, निशांत, कपूरथला
सिविल अस्पताल कपूरथला में मरीजों को सेहत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। रात दस बजे के बाद अस्पताल के बाहर मेडिकल स्टोर बंद हो जाते हैं। इमरजेंसी में दाखिल मरीजों को दवा के लिए सुबह तक इंतजार करना पड़ता है। इमरजेंसी वार्ड में भी मरीजों को जरूरी इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। सेहत विभाग मरीजों को अच्छी सेहत सुविधाएं मुहैया कराने के दावे करती है लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
सरकार की ओर से सिविल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में दाखिल होने वाले मरीजों के लिए पहले 24 घंटे नि:शुल्क इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जाती थी। इसके बावजूद लोगों को इलाज के लिए बाहर से इंजेक्शन खरीद कर लाने पड़ रहे हैं।
सर्जिकल वार्ड में गंदगी का आलम
अस्पताल का सर्जिकल वार्ड भी कमियों से अछूता नहीं है, वहां पर गंदगी का आलम बना हुआ है। शौचालय में भी गंदगी फैली हुई है व नल खराब होने से पानी बहता रहता है। अस्तपाल प्रशासन ने भले ही दवाइयां नि:शुल्क मिलने की सूची तो लगाई है। परंतु इसमें से अधिकतर दवाएं गायब हैं, जो मरीजों को नहीं मिल रही। जिसके कारण मरीजों को मजबूर केमिस्ट स्टोर से महंगे दामों पर दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं।
रात के समय मेडिकल स्टोर खोलने के आदेश दिए थे
दो वर्ष पहले तत्कालीन डीसी दलजीत सिंह मांगट ने कपूरथला के सभी केमिस्टों के साथ बैठक कर सिविल अस्पताल के पास स्थित मेडिकल स्टोर मालिकों को बारी-बारी रात के समय दुकान खोलने के आदेश दिए थे। सुरक्षा के लिए एक पुलिस कांस्टेबल की भी ड्यूटी लगाई गई थी। कुछ समय तक तो सब ठीक ठाक चलता रहा लेकिन समय बीतने के साथ साथ ही केमिस्टों ने अपनी दुकानें रात को खोलना बंद कर दी है।
अस्पताल में दवाइयों का स्टाक उपलब्ध : एसएमओ
एसएमओ डा. तारा सिंह का कहना है कि सिविल अस्पताल में सरकार की ओर से भेजी जाने वाली सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है। वहीं सफाई कर्मचारी भी अस्पताल के सभी वार्डों की अच्छी प्रकार से सफाई करते हैं। मरीजों को बेहतर सेवा मुहैया करवाने के लिए सेहत विभाग प्रयत्नशील है।