प्रकाश पर्व पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुरू किए विकास के प्रोजेक्ट : धालीवाल
विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने बताया कि प्रकाशोत्सव पर कैप्टन सरकार ने विकास के कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के समारोहों के अंतर्गत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विकास के कई प्रोजेक्ट लोगों को समर्पित किए है। इनमें बस्सी पठाना की पुरानी जेल का संरक्षण भी शामिल है। इस जेल में नौवें पातशाह को उनके साथियों सहित नूर मुहम्मद खान मिर्जा ने 40 दिन तक उस समय नजरबंद रखा था, जब वह बादशाह औरंगजेब से मिलने जा रहे थे। सीएम कैप्टन ने एलान किया कि विरासत-ए-खालसा श्री आनंदपुर साहिब के नजदीक 10 करोड़ रुपये की लागत से एक नेचर पार्क विकसित किया जाएगा। 62 एकड़ में बनने वाले इस पार्क में बड़े स्तर पर दुर्लभ किस्म के पौधे लगाए जाएंगे। इस पार्क के साल 2021 के अंत तक शुरू होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने यह भी एलान किया कि केंद्र सरकार श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व संबंधी जल्द ही एक यादगारी डाक टिकट जारी करेगी। विधायक धालीवाल ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से पहले ही शुरू किए गए प्रोजेक्टों गुरु साहिब जी के जीवन से संबंधित शहर बाबा बकाला और श्री आनंदपुर साहिब में 20.50 करोड़ रुपये की लागत से बुनियादी ढाचे के प्रोजेक्टों का काम चल रहा है। इसके अलावा गुरु साहिब के चरण स्पर्श प्राप्त 103 स्थानों, जिनमें 79 गाव और 24 शहर शामिल हैं, को 50 लाख रुपये प्रति गाव और एक करोड़ रुपये प्रति शहर का अनुदान बुनियादी ढाचे के विकास के लिए दिया गया है। अब तक 6986 गावों में 60 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने बाबा बकाला पंचायत का दर्जा बढ़ाकर नगर पंचायत करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला जनगणना की कार्रवाई के बाद लागू होगा, क्योंकि मौजूदा समय में नई म्यूनिसिपल बनाने पर रोक है। उन्होंने कहा कि सीएम कैप्टन ने तरनतारन में बनने वाली श्री गुरु तेग बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी आफ ला का नींव पत्थर रखने का भी एलान किया है। इसके लिए जमीन की पहचान कर ली गई है और टेंडर प्रक्रिया चल रही है। वहीं श्री आनंदपुर साहिब में निर्माणाधीन भाई जैता जी मेमोरियल में खंडा साहिब सुशोभित कर दिया गया है। इसके लिए 32 टन स्टील का प्रयोग हुआ है और इस पर 27 करोड़ की लागत आई है।