कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं
कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। इससे निपटने के लिए सेहत विभाग पूरी तरह सतर्क है। यह बात सिविल सर्जन डॉ. जसमीत बावा ने कही।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। इससे निपटने के लिए सेहत विभाग पूरी तरह सतर्क है। यह बात सिविल सर्जन डॉ. जसमीत बावा ने कही। उन्होंने कहा कोरोना वायरस को देखते हुए अस्पताल में पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से कपूरथला में कोई भी पीड़ित सामने नहीं आया है। चीन से आने वाले व्यक्ति की निगरानी की जा रही है। अस्पताल की टीम रोज उसके घर का दौरा कर नजर रखी हुई है। सिविल सर्जन डॉ. बावा ने कहा कि सभी मेडिकल अफसरों, मेडिसिन माहिरों व निजी अस्पताल चला रहे डाक्टरों के साथ मीटिंग की गई है। सरकार द्वारा जारी हिदायतों से अवगत करवाया गया है। साथ ही जरूरी प्रबंध मुकम्मल करने के लिए कहा गया है। सिविल अस्पताल आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसमें बेड, थर्मामीटर, बीपी आपरेटर, नेबूलाइज, वेंटीलेटर, सक्शन मशीन और जरूरतमंद दवाइयां तैयार रखी गई है। अधिकारी को हिदायतें दी गई है कि आइसोलेशन वार्ड में 24 घंटे एमरजेंसी सेवाएं जारी रखी जाए। डॉ. जसमीत कौर बावा ने बताया कि खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत इस रोग के लक्षण हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि यदि किसी व्यक्ति ने 30 दिनों में चीन का दौरा किया है और उसमें उक्त लक्षण है, तो उसको नजदीकी सेहत केंद्र के डॉक्टर के साथ तुरंत संपर्क करना चाहिए। हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए, मास्क का प्रयोग करते दूसरे व्यक्ति से कम से कम तीन फुट की दूरी बना कर रखनी चाहिए। भीड़ वाली जगहों पर जाने से गुरेज करना चाहिए। इस बीमारी से निजात पाने के लिए घरेलू उपचार के साथ इलाज करने की बजाए माहिर डाक्टरों की सलाह से दवाई लेनी चाहिए। खांसते और छिंकते समय रूमाल के साथ मुंह और नाक ढककर खना चाहिए। मांस, मछली, मीट और अंडे साफ पानी में अच्छी तरह से धोकर पूरी तरह पका कर खाना चाहिए। अपने गले को सूखने न दे और समय समय पर साफ पानी पीते रहे। पालतु और जंगली जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क नहीं रखना चाहिए।